Move to Jagran APP

विभिन्न मांगों को लेकर चाय श्रमिकों ने की गेट मीटिंग

संवादसूत्र चामुर्ची चामूर्ची चाय बागान फैक्ट्री गेट के समीप गुरूवार सुबह को चामूर्ची चाय बागान के

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 08:05 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 08:05 PM (IST)
विभिन्न मांगों को लेकर चाय श्रमिकों ने की गेट मीटिंग
विभिन्न मांगों को लेकर चाय श्रमिकों ने की गेट मीटिंग

संवादसूत्र, चामुर्ची : चामूर्ची चाय बागान फैक्ट्री गेट के समीप गुरूवार सुबह को चामूर्ची चाय बागान के श्रमिकों ने विभिन्न मांगों को सामने में रखते हुए गेट मीटिंग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस मीटिंग में माकपा समर्थित ट्रेड यूनियन चाय बागान मजदूर यूनियन, भाजपा समर्थित बीटीडव्लूयू एवं तृणमूल काग्रेस समर्थित चाय बागान तृणमूल काग्रेस मजदूर यूनियन के प्रतिनिधि गण उपस्थित थे। चाय बागान मजदूर यूनियन के श्रमिक नेता मोहम्मद रफीक ने बताया चाय बागान में काफी समस्या एवं श्रमिकों की कई मांगों को लेकर गेट मीटिंग की गई है। मालिक पक्ष श्रमिकों की मांगों अनदेखी करते हुए श्रमिकों का शोषण करने पर तुली हुई है। उन्होंने बताया पिछले चार सितंबर को जिला श्रमायुक्त कार्यालय में चामूर्ची चाय बागान के श्रमिकों के बकाया ग्रेच्युटी, श्रमिक क्वाटर्र के रिपेयरिंग, जलावन की लकड़ी सहित कई विषय पर चर्चा करते हुए सहमति बनी थी। लेकिन मालिक पक्ष इन सभी मांगों को नजरअंदाज करते आ रहे है। इसलिए आज हम लोग सभी श्रमिक गेट मीटिंग के लिए इकट्ठा हुए हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में पुराने एवं नए जो भी अवकाश प्राप्त श्रमिक है। उनको प्रति महीने क्रमश: बारह श्रमिकों को ग्रेच्युटी दिया जाएगा। लेकिन छ: महीने बाद भी 72 अवकाश प्राप्त श्रमिकों में से सिर्फ 20 श्रमिकों को ही ग्रेच्युटी मिल पाया है। वही चाय श्रमिकों की घर की अवस्था काफी दयनीय है। बरसों से घर की रिपेयरिंग नहीं होने से श्रमिक क्वार्टर जर्जर हो चुका है। तृणमूल काग्रेस समर्थित श्रमिक नेता धीरज रविदास एवं गफ्फार अंसारी ने बताया कि जो श्रमिक रिटायर कर चुके हैं। उनके स्थान पर नए श्रमिकों की बहाली ही नहीं हो रही है। चाय बागान में श्रमिकों को जलावन के लिए लकड़ी गत 2013 से नहीं मिल पा रहा है। चाय बागान ने श्रमिकों को कई बुनियादी समस्याओं से जूझना पड़ता है। बीटीडव्लूयू श्रमिक संगठन के राजू पंच ताती ने बताया कि प्रतिवर्ष चाय बागान में होली के बाद ही श्रमिक दोनों समय काम करते थे। लेकिन अचानक प्रधान प्रबंधक द्वारा 27 फरवरी से दो समय काम करने का नोटिस दिया गया एवं इस निर्णय को नहीं मानने पर बागान मैनेजमेंट द्वारा कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया है। यह पूरी तरह से श्रमिकों के साथ शोषण किया जा रहा है, क्योंकि प्रतिवर्ष चाय बागान में श्रमिक द्वारा चाय पत्ती को कलम करने के बाद होली के बाद ही दो बेला काम किया जाता है। उन्होंने बताया यह बागान 2000 से लक आउट होने के बाद 2 अक्टूबर 2009 को खुला था। तब से ही इस चाय बागान को सही रूप से चलाने के लिए चाय बागान के श्रमिकों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। लेकिन आज मालिक पक्ष श्रमिकों की कई उचित मांगों को नजरअंदाज करने से श्रमिकों में काफी असंतोष देखा जा रहा है।

loksabha election banner

चामूर्ची चाय बागान के प्रबंधक सब्यसाची राहा ने बताया जिन श्रमिकों के कागज अब ठीक पाये गए हैं। उन सभी श्रमिकों को ग्रेजुएटी दिया गया है । अवकाश प्राप्त श्रमिक के जगह भी नये बहाली किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि होली आने में अभी भी काफी दिन बचे हैं चाय बागान में काफी पत्ती निकल चुके हैं। इसलिए श्रमिकों को दो समय काम करने का निर्देश दिया गया है। ताकि बागान का नुकसान ना हो। इसी को देखते हुए श्रमिकों से अनुरोध किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.