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चिटफंड घोटाला: सेवा कंपनी के एमडी की कोर्ट में हुई पेशी

-जज ने तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजा -प्रधान नगर थाने में ही सीबीआई करेगी पूछताछ -

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 08:23 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 08:23 PM (IST)
चिटफंड घोटाला: सेवा कंपनी के एमडी की कोर्ट में हुई पेशी
चिटफंड घोटाला: सेवा कंपनी के एमडी की कोर्ट में हुई पेशी

-जज ने तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजा

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-प्रधान नगर थाने में ही सीबीआई करेगी पूछताछ

-नौ करोड़ से अधिक का चूना लगाने का आरोप

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : राज्य में बहुचर्चित चिटफंड घोटाला मामले में सालों से फरार एक चिटफंड कंपनी के प्रबंध निदेशक एमडी को गिरफ्तार कर सीबीआई सिलीगुड़ी ले आई है। गिरफ्तार आरोपी सिद्धार्थ नाग चिटफंड कंपनी सेवा रियल एस्टेट लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी का मास्टर माइंड है। उसे शनिवार को सिलीगुड़ी एसीजेएम अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को तीन दिनों की पुलिस रिमांड का निर्देश दिया है। सिलीगुड़ी, उत्तर बंगाल सहित पड़ोसी राज्य असम से काफी लोगों को इस कंपनी ने चूना लगाया है। यह कंपनी करोड़ों रुपये की रकम डकार चुकी है।

इस चिटफंड कंपनी द्वारा प्रताड़ित सिलीगुड़ी के प्रधान नगर निवासी एक व्यक्ति ने वर्ष 2013 में कंपनी के खिलाफ प्रधान नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। वर्ष 2017 में यह मामला सीबीआई को सौंपा गया। वर्तमान में चिटफंड कंपनी के सभी मामलों की जांच सीबीआई ही कर रही है। मामला हाथ में लेने के कुछ ही दिन बाद सीबीआई ने इस चिटफंड कंपनी के दो निदेशकों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ नाग फरार था। बीते 20 फरवरी को सीबीआई ने दिल्ली से सिद्धार्थ नाग को गिरफ्तार किया। ट्रांजिट रिमांड पर उसे शुक्रवार को सिलीगुड़ी लाया गया। शनिवार को सिलीगुड़ी अदालत में उसे पेश किया गया, जहां अदालत ने पूछताछ के लिए आरोपी को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। उसे प्रधान नगर थाने में रखा जाएगा और सीबीआई वहीं उससे पूछताछ करेगी।

सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह चिटफंड कंपनी पड़ोसी राज्य असम में रजिस्टर्ड है। इसकी शाखाएं सिलीगुड़ी सहित कई राज्यों में फैली थी। अन्य चिटफंड कंपनी की तरह सेवा ने भी आकर्षक रिटर्न का लालच देकर लोगों को प्रताड़ित किया। सीबीआई के मुताबिक इस चिटफंड कंपनी के निदेशकों में सिद्धार्थ नाग के ही भाई शामिल हैं। सभी ने मिलकर लागों को चूना लगाने का काम किया। उसने आमलोगों से से 9.14 करोड़ रुपये की उगाही की। मुख्य रूप से असम की यह कंपनी सिलीगुड़ी में भी अपना कारोबार कर रही थी। यहां बता दें कि इन दिनों सीबीआई चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है। इस संबंध में कई मामले दर्ज होने पर इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई। राज्य में चर्चित चिटफंड घोटाला मामले में कई नेताओं सहित अबतक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। कुछ अभी भी जेल में हैं तो कुछ जमानत पर रिहा हो चुके हैं।


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