माटीगाड़ा में दो लाख के जेवरात की चोरी
- फिल्मी स्टाइल में आपराधियों ने बोला धावा -सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी पुि
- फिल्मी स्टाइल में आपराधियों ने बोला धावा
-सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी पुलिस
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पिछले कुछ दिनों से सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट इलाके में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतिदिन कहीं ना कहीं अपराधिक घटनाएं हो रही है। पुलिस की भूमिका पर ही तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अपराधियों को मनमानी करने का अभयदान दे दिया गया है। गुरूवार के दिन उत्तरकन्या के सामने से बैंक में रुपये जमा कराने जा रहे पेट्रोल पंप कर्मियों से दो मोटरसाइकिल सवार रुपये से भरा बैग लूट ले गए। जबकि आज शुक्रवार को माटीगाड़ा थाना रोड स्थित एक स्वर्ण व्यवसायी के दुकान कल्पना से लाखों रूपये के जेवरात रात के अंधेरे में चोरों ने गायब कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार फिल्मी स्टाइल में चोर दुकान के उपर की टिन काटकर अंदर गया। इस संबंध में दुकान मालिक नवीन बनिक ने माटीगाड़ा थाना की पुलिस को बताया कि शुक्रवार को दुकान खोला तो हाल बेहाल देखा। दुकान के उपर टिन काटकर अपराधियों ने इस घटना कों अंजाम दिया है। चोरों ने दुकान में रखे सोने चांदी के जेवरात और कुछ नगदी पर हाथ साफ कर दिया है। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ने कीे कोशिश की गई। पुलिस उसी सीसीटीवी को खंगालने में जुटी है। फुटेज को एसीपी के साथ माटीगाड़ा थाना की टीम ने देखा। उसमें दिख रहा है कि दुकान के अंदर प्रवेश करने के लिए कपड़े का सहारा लिया। इसके अलावा चोर बेल्ट के साथ पैंट पहने हुआ था। वह नीचे उतरने के लिए वहां की कुर्सी का इस्तेमाल करता है। अंदर प्रवेश करने के बाद दुकान पर हाथ साफ करता है। पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से लेकर जांच में जुट गयी है।
पुलिस की किस्मत खराब या अपराधी का नसीब अच्छा
यह पढ़कर जरा अटपटा जरुर लगेगा परंतु यह सच है। माटीगाड़ा में चोरी की घटना के बाद जांच में जुटी पुलिस और अधिकारियों की बातचीत पर गौर करें तो यही बात सामने आ रही है। पिछले माह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन माटीगाड़ा के तुंबाजोत श्याम नगर में एक नहीं तीन-तीन घरों में लूटपाट की घटना हुई थी। इस मामले में भाग लगे अपराधियों को थाना की क्राइम विंग की टीम ने देखा। उसका पीछा भी किया परंतु वे सभी महानंदा नदी में कूद गये। क्राइम विंग ने सोचा कि ये सभी असमाजिक तत्व होंगे। इस घटना के दो घंटे बाद पुलिस को सूचना दी गई कि यहां तीन-तीन स्थानों में डकैती की घटना हुई है। अगर समय पर यह सूचना मिल जाती तो हो सकता था पुलिस नदी में छलांग लगाने वालों का पीछा कर इस पूरे मामले को सुलझा सकती थी। इसी प्रकार बीती रात की घटना के ठीक पांच मिनट पहले ही क्राइम विंग की टीम पेट्रोलिंग के लिए निकली थी। अगर पांच मिनट बाद ही यह टीम निकलती तो हो सकता था अपराधी पकड़े जा सकते थे। अब देखना है कि अपनी खराब किस्मत को पुलिस कोसती है या फिर अपराधियों को दबोच कर किस्मत चमकाती है।