एनआरसी पर विपक्ष को जबाव देने की तैयारी में भाजपा
-संघ और उससे जुड़ी संगठनों का लिया जा रहा है सहयोग -नागरिकता संशोधन बिल बनेगा हिंदुआ
-संघ और उससे जुड़ी संगठनों का लिया जा रहा है सहयोग
-नागरिकता संशोधन बिल बनेगा हिंदुओं और आदिवासियों का करेगा रास्ता साफ
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एनआरसी पर इन दिनों भाजपा विरोधी पार्टियों यानि विपक्ष जहां भाजपा को लगातार घेरने की तैयारी में है। वहीं भाजपा ने विपक्ष को करारा जबाव देने की तैयारी में जुट गयी है। कश्मीर के तर्ज पर ऐसा जबाव तलाश कर रही है जिससे भाजपा पहले से भी ज्यादा इसके लिए नवंबर माह में शीतकालीन सत्र में नागरिकता संशोधन बिल पारित कराने की तैयारी में है। गृहमंत्री के असम दौरा और संघ प्रमुख के 19 सितंबर से कोलकाता में होने वाली सांगठनिक बैठक में इसपर गहन चर्चा होना है। इसमें उत्तर बंगाल से भी बड़ी संख्या में संगठन से जुड़े लोग शामिल होंगे। संघ और भाजपा सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार भाजपा इसके माध्यम से फ्रंट फुट पर विरोधियों को ललकारने की तैयारी में है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनआरसी प्रकाशित होने के बाद इसमें 12 लाख हिंदूओं के नाम आने से भाजपा को असम में समर्थन देने वाले आदिवासी मूल के निवासी ज्यादा है। इसी प्रकार गोरखाओं का मामला भी बंगाल सरकार लगातार इसको लेकर प्रदर्शन कर रही है। बनायी जा रही रणनीति के तहत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अपने दो दिवसीय दौरे में एनआरसी से बढ़ी मुश्किलों पर राज्य ईकाई और सरकार से गहन विमर्श किया है। इसको लेकर राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने की तैयारी में है। इसी बीच दो माह बाद ही संसद के शीतकालीन सत्र में नागरिकता संशोधन बिल पारित कराकर ऐसे लोगों को राहत दे दी जाएगी। इसके माध्यम से विदेशी घुसपैठियों को हर हाल में देश से बाहर निकालने और इस प्रकार की प्रक्रिया पूरे देश में लागू करने की बात पर भी भाजपा लगातार आगे बढ़ रही है।