लापता पर्यटकों की तलाश करेगी सेना,सर्वे शुरू
- आज असम से नेवी की टीम भी आएगी -सात दिनों बाद पर्यटन विभाग की भी बढ़ी सक्रियता -मंत्री न
- आज असम से नेवी की टीम भी आएगी
-सात दिनों बाद पर्यटन विभाग की भी बढ़ी सक्रियता
-मंत्री ने परिजनों के साथ की बैठक,हर मदद का भरोसा
-मंत्री ने किया सेवक स्थित तीस्ता का दौरा, कहा अब सेना नहीं नौसेना करेगा लापता की तलाश
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर वे लगातार करेंगे पूरे मामले की निगरानी
-गाजोलडोबा में मिला पानी में दो शव, परिजनों ने पहचानने से किया इंकार
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सात दिन पहले सिक्किम घूमने जा रहे तीन पर्यटकों के साथ चालक व इनोवा वाहन के तीस्ता में लापता होने के मामले में सातवें दिन राज्य का पर्यटन विभाग जागा। मंगलवार को राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने राजस्थान के कोटा से आए लापता पर्यटकों के परिजनों के साथ बैठक कर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उन्हें अफसोस है कि इस घटना की जानकारी उन्हें देर से मिली। जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली तब वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर थे। उन्होंने कहा कि सोमवार की रात मुख्यमंत्री से इस संबंध में विस्तार से बातचीत हुई है। अब पर्यटन विभाग इस घटना पर 24 घंटे नजर रखेगी। उन्होंने परिजनों से कहा कि बंगाल में मां माटी मानुष की सरकार है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अतिथि को देवता तुल्य मानती है। मानवीय मूल्यों से जुड़े किसी भी मामले को हमेशा गंभीरता से लेती हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री से विस्तार से बातचीत करते हुए नौसेना की टीम और उच्च स्तरीय एनडीएफआर की टीम बुलाई गई है। दो अधिकारी यहां पहुंच भी गए हैं। वे विस्तार से सर्वे कर रहे है। बुधवार की सुबह असम से यहां एक टीम पहुंच जाएगी। उनकी देखरेख में लापता पर्यटकों और चालक की तलाश की जाएगी। बैठक के बाद मंत्री गौतम देव परिजनों के साथ सेवक तीस्ता ब्रिज पहुंचे और सेना द्वारा किए जा रहे कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने वहां चालक यूनियन के सदस्यों से भी बात की।
गाजलडोबा में मिला दो शव
लापता राजस्थान के कोटा के दो पर्यटक गौरव शर्मा व गोपाल नरवानी और वाहन चालक राकेश राई की तलाश में मंगलवार को गाजोलडोबा में जब कुछ लोगों ने पानी के अंदर शव को तैरते हुए देखा तो पुलिस और खोजी दल को जानकारी दी। सूचना पाकर लापता पर्यटकों के परिजन भी वहां पहुंचे। शाम होते होते पानी से एक नहीं बल्कि दो शव बाहर निकाले गए। दोनों शव की पहचान मुश्किल थी। एक का सिर ही नहीं था। परिजनों ने शव को देखने के बाद पहचानने से इंकार कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह पता चल पाएगा कि इसकी मौत कब हुई थी। बताते चले कि गाजोलडोबा में दो शव मिलने के बाद एक बार उम्मीद जगी कि हो ना हो यह दोनों लापता पर्यटक या चालक हों। क्योंकि गाजोलडोबा तीस्ता कैनाल से ही तीन दिनों बाद यानि 13 जुलाई को एक लापता पर्यटक का शव पाया गया था। उसकी पहचान अमन गर्ग के रूप में की गयी थी। जब बरामद शव की पहचान नहीं हो पायी तो लोग निराश हो गए।