लोको पायलटों का अनशन खत्म
-सबने रेलवे के निजीकरण का किया विरोध -मांगें नहीं मानने पर बड़े आंदोलन की दी धमकी
-सबने रेलवे के निजीकरण का किया विरोध
-मांगें नहीं मानने पर बड़े आंदोलन की दी धमकी जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : रेलवे के निजीकरण के विरोध में ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के के तत्वावधान में सोमवार से शुरू 24 घंटे का अनशन मंगलवार को खत्म हो गया। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले एनजेपी स्टेशन लोको लॉबी के अधिकांश रेलवे ड्राइवर 24 घटे के अनशन पर बैठे थे। रेलवे कर्मचारियों ने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे के निजीकरण करने की कोशिश कर रही है, जो रेलवे के हित में नहीं है। इसे किसी भी हाल में माना नहीं जाएगा। उनका कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा रेलवे में पुरानी पेंशन व्यवस्था को खत्म करके नई पेंशन स्कीम लागू की गई थी। नई पेंशन स्कीम कर्मचारी विरोधी है। नई पेंशन स्कीम व्यवस्था को रद कर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल होनी चाहिए। वहीं रनिंग स्टाफ से नौ घटे ड्यूटी लिए जाने के बाद 36 घटे के अंदर मुख्यालय वापस करने की व्यवस्था की जानी चाहिए। एसोसिएशन के सदस्य छह सूत्री मागों को लेकर 24 घटे के लिए अनशन पर बैठे थे। उनका कहना था कि इन मागों के समर्थन में एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन और एनएफ रेलवे इंप्लाइज यूनियन का भी समर्थन हासिल है। सदस्यों ने कहा कि अगर मागें पूरी नहीं की जाती हैं, आने वाले दिनों में और जोरदार आंदोलन किया जाएगा।