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जलपाईगुड़ी चाय नीलाम केंद्र को जीवित रखने पर हुई चर्चा

- दस साल बाद चाय नीलाम कमेटी ने की वार्षिक सभा - पूर्व सांसद ने बटलीफ फैक्ट्रियों की सटीक

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 08:31 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 08:31 PM (IST)
जलपाईगुड़ी चाय नीलाम केंद्र को जीवित रखने पर हुई चर्चा
जलपाईगुड़ी चाय नीलाम केंद्र को जीवित रखने पर हुई चर्चा

- दस साल बाद चाय नीलाम कमेटी ने की वार्षिक सभा

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- पूर्व सांसद ने बटलीफ फैक्ट्रियों की सटीक दाम देने की मांग की जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: जलपाईगुड़ी को चाय उत्पादन का जिला माना जाता है। लेकिन पिछले काफी वर्षो से चाय निलाम केंद्र पड़ा है। गत 10 सालों से कोई वार्षिक सभा भी नहीं हुई थी। इस बार जलपाईगुड़ी नार्थबंगाल चाय नीलाम कमेटी की वार्षिक सभा संपन्न हुई।

इस दौरान चाय नीलामी कमेटी की चेयरमैन व जिलाधिकारी शिल्पा गौरी सरिया ने कहा कि चाय नीलाम केंद्र को जीवित करने के लिए ही वार्षिक सभा बुलाई गई थी। सभा के माध्यम से फिर से चाय नीलामी शुरू करने को लेकर कोई रास्ता निकाला जाएगा। वर्तमान समय में उत्तर बंगाल चाय नीलाम कमेटी में कोई सचिव व आडिटर नहीं है।

पूर्व सांसद देव प्रसाद राय ने कहा कि उत्तर बंगाल चाय नीलाम केंद्र जलपाईगुड़ी के विकास क्षेत्र में ही आता है। केंद्र को जीवित रखने का हर संभव प्रयास किया गया है। चाय पर्षद को कहा गया है कि अगर बटलीफ फैक्ट्रियों को अगर एक सटीक दाम दिया जाता है तो चाय नीलाम केंद्र चालू रहने की संभावना है। साथ ही चायपत्ती देने में भी कुछ छूट देने की जरूरत है। अगर चायपत्ती ही नहीं आएगी तो नीलामी संभव नहीं है। अगर सिलीगुड़ी चाय नीलाम केंद्र में चायपत्ती का परिमाण तय कर दिया जाए तो शेष जलपाईगुड़ी में लाया जा सकता है। इससे समस्या का हल हो जाएगा।

कमेटी के उपाध्यक्ष सुरजीत बख्शी गुप्ता ने कहा कि उनलोगों ने चाय नीलाम केंद्र को खोले रखने का हर संभव प्रयास किया है। अधिक से अधिक मात्रा में चायपत्ती नीलाम केंद्र में लाने का प्रयास किया जा रहा है। बीते 10 वर्षो के बाद आखिरकार वार्षिक सभा हुई है।


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