तीन नाबालिग को बांग्लादेश को सौंपा गया
संवाद सूत्र बालुरघाट बालुरघाट के शुभायन होम से गुरुवार को तीन बांग्लादेशी युवकों को
संवाद सूत्र, बालुरघाट : बालुरघाट के शुभायन होम से गुरुवार को तीन बांग्लादेशी युवकों को हिली के सीमावर्ती क्षेत्र के मार्ग से बांग्लादेश इमिग्रेशन पुलिस को सौंप दिया गया। साथ ही उत्तर दिनाजपुर जिला के कुनोर सीएनसीपी होम से भी एक बालक को बांग्लादेश सरकार को सौंप दिया गया। चार बालकों में दो सगे भाई है-मो. जाहिरल इस्लाम और मो. आलमिन इस्लाम। दोनों बांग्लादेश के राजशाही इलाके में रहते है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि दोनों 16 माह पहले मालदा में मां-पिता के साथ अपने नानी के घर आए थे। लौटने के समय उचित दस्तावेज नहीं होने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास पासपोर्ट नहीं था। वें यहां से काश्मीर जाने वाले थे। काश्मीर में उनके पिता काम करते है। मां-पिता को भी गिरफ्तार किया गया है। मां बहरमपुर जेल में है। दूसरी ओर 12 साल के मोहम्मद आरिफ काम के सिलसिले में पंचगढ़ बोर्डर के जरिए भारत में प्रवेश कर रहे थे। रायगंज में बालक को बरामद किया गया। कुनोर होम में वह विगत 10 नवंबर, 2018 को लाया गया था। फिलहाल शुभायन होम में 16 बालक है। बांग्लादेश को इन बालकों को सौंपने के दौरान होम अधीक्षक दावा दोरजी सेरपा, हिली इमिग्रेशन चेकपोस्ट के ओसी सिप्रा राय, दक्षिण दिनाजपुर के सीडब्ल्यूसी के सदस्य सूरज दास, बीएसएफ के 199 बटालियन के अधिकारी आदि उपस्थित थे। साथ ही बांग्लादेश के इमिग्रेशन चेक पोस्ट के ओसी रफिकुंजामान सहित बीजीबी के अधिकारी उपस्थित थे।
कैप्शन : बालकों को बांग्लादेश के प्रशासनिक अधिकारी को सौंपते अधिकारी