तृणमूल नेता पर नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी
-पुलिस ने नृपेंद्रनाथ वर्मन व उसकी पत्नी सुस्मिता वर्मन को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के
-पुलिस ने नृपेंद्रनाथ वर्मन व उसकी पत्नी सुस्मिता वर्मन को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में किया गिरफ्तार
संवाद सूत्र, बालुरघाट : बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर व खुद को तृणमूल के बड़े नेता के साथ ताल्लुक बताकर नृपेंद्रनाथ राय व उनकी पत्नी ने दर्जनों युवकों से लाखों रूपये की ठगी की। अभी तक एक भी युवक को इस दंपती ने नौकरी नहीं दिलायी। इसे लेकर हुमायूं तिरकी ने दंपती के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी। प्राथमिकी के आधार पर नृपेंद्रनाथ वर्मन व उनकी पत्नी सुस्मिता वर्मन को बालुरघाट थाना की पुलिस ने रात को गिरफ्तार किया। शुक्रवार को दोनों को बालुरघाट अदालत में पेश किया गया। गौरतलब है कि आरोपी नृपेंद्रनाथ वर्मन तपन इलाके के निवासी है। वें इलाके में तृणमूल नेता के रूप में जाने जाते है। कुछ साल पहले उन्होंने इलाके के लोगों को बताया कि मेरा जिला के बड़े नेताओं के साथ काफी करीबी संबंध है। इसलिए में सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी दिला सकता हूं। अपने झूठे रसूख के बल पर उसने किसी से दो लाख, किसी से तीन लाख किसी से और अधिक रूपया लिया। लेकिन नौकरी तो दूर की बात किसी को पैसा भी वापस नहीं दिया। इससे पहले भी एक युवक ने तपन थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई।
युवक हुमायूं तिरकी ने बताया कि नृपेंद्रनाथ वर्मन खुद को तृणमूल नेता व मंत्री का करीबी बताते है। मुझे नौकरी दिलाने के नाम पर वर्ष 2013 में तीन लाख 25 हजार रूपया लिया था। लेकिन आज तक मुझे नौकरी नहीं मिली। यहां तक मेरा पैसा भी नहीं लौटाया। वहीं परिमल राय ने बताया कि मेरे से दो लाख रूपया लिया गया। वहीं मंत्री बाच्चू हांसदा ने बताया कि इस तरह के लोग किसी के नहीं होते। इसका तृणमूल से किसी तरह का संबंध नहीं है।