वेतन वृद्धि की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन
-बालुरघाट नगरपालिका के दैनिक मजदूरी कर्मचारियों ने शुरू किया काम रोको आंदोलन -बोर्ड बैठक में अस्था
-बालुरघाट नगरपालिका के दैनिक मजदूरी कर्मचारियों ने शुरू किया काम रोको आंदोलन
-बोर्ड बैठक में अस्थायी कर्मचारियों का वेतन हुआ दोगुना
संवाद सूत्र,बालुरघाट : महंगाई को लेकर मध्यवर्ग व निम्न मध्य वर्ग के परिवारों में आर्थिक समस्या विकराल रूप ले रही है। सामने दुर्गापूजा भी है। बढ़ती महंगाई की तुलना में वेतन में किसी तरह वृद्धि नहीं हो रही है। इसे लेकर गुरुवार को बालुरघाट नगरपालिका के स्थायी कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर अनिश्तिकालीन आंदोलन व काम रोको आंदोलन शुरू कर। अचानक आंदोलन के शुरू होने से बालुरघाट नगरपालिका व तृणमूल श्रमिक संगठन को परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि नगरपालिका के अस्थायी कर्मचारी को 650 रूपये दैनिक मजदूरी के हिसाब से दिया जाता है। इसमें स्वीमिंग पुल के कर्मचारी, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सब एसीसटेंट इंजीनियर, प्रोपटी टैक्स कलेक्टर, सुपरवाइजर सहित विभिन्न विभाग के कर्मचारी है। गुरुवार को नए पौर प्रशासक शेखर दास गुप्ता ने अस्थायी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि की है। अक्टूबर माह से उन्हें दैनिक मजदूरी के रूप में एक हजार से दो हजार रूपये दिया जाएगा। वहीं स्थायी कर्मचारियों का कहना है कि हम महीने में 26 दिन काम करते है। लेकिन हमें दैनिक मजदूरी 204 रूपये दिया जाता है। हम लंबे समय से आंदोलन कर रहें है। लेकिन हमारी मांग पूरी नहीं की जा रही है। अचानक कर्मचारियों के आंदोलन से शहर के साफ-सफाई में समस्या होगी।
बालुरघाट नगरपालिका के सफाई कर्मचारी निशिथ माली ने बताया कि अस्थायी कर्मचारियों के वेतन में वृद्ध की गयी। लेकिन हमारी मांग पूरी नहीं की गयी। प्रशासक ने हमारी मांग को अनसुना कर दिया। जब तक हमारा वेतन नहीं बढ़ाया जाएगा, तब तक हम काम पर नहीं लौटेंगे।
इस संबंध में बालुरघाट नगरपालिका के चेयरमैन शेखर दास गुप्ता ने बताया कि नगरपालिका को इतने कर्मचारियों की जरूरत नहीं है। फिर भी हम उनके साथ सहानुभूति रखकर काम करवा रहें है। वेतन वृद्ध को लेकर हम विचार कर रहें है। वहीं बालुरघाट के तृणमूल समर्थक कर्मचारियों के सचिव सुबोध पालित ने बताया कि हम कर्मचारियों के साथ है। लेकिन हम शांतिपूर्ण आंदोलन चाहते है। काम रोकने से शहरवासियों को समस्या होगी, इसका भी ध्यान रखना जरूरी है। हम इसतरह के आंदोलन का समर्थन नहीं करते।
कैप्शन : धरना प्रदर्शन करते नगरपालिका के कर्मचारी