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प्रेक्षाध्यान से शारीरिक व मानसिक रोग होते है दूर : रमाशंकर

संवाद सूत्र माथाभांगा प्रेक्षाध्यान से शारीरिक मानसिक व भावनात्मक सभी प्रकार के रोगों का

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 08:28 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 06:21 AM (IST)
प्रेक्षाध्यान से शारीरिक व मानसिक रोग होते है दूर : रमाशंकर
प्रेक्षाध्यान से शारीरिक व मानसिक रोग होते है दूर : रमाशंकर

संवाद सूत्र, माथाभांगा : प्रेक्षाध्यान से शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक सभी प्रकार के रोगों का इलाज हो सकता है। जैन तेरापंथ समाज के दसवें आचार्य महाप्रज्ञ जी की अनमोल देन है प्रेक्षाध्यान। इसका शुभारंभ 1975 में राजस्थान के गुलाबी नगरी जयपुर में हुई थी। बुधवार को माथाभांगा जैन तेरापंथ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर में पटना से पधारे प्रेक्षाध्यान शिविर के प्राध्यापक रमाशंकर ओझा ने कही। यह शिविर राजस्थान सेवा संस्था में आठ से 10 फरवरी को आयोजित की गयी थी। शिविर में शहर के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। जैन समाज के जमुना प्रसाद कल्लाणी, संतोष सरावगी,पवन मुंदरा, तेरापंथ सभा माथाभांगा के अध्यक्ष बालू लाल भद्दानी, मंत्री राजू बोथरा, कोषाध्यक्ष बजरंग कुंडलिया, युवक परिषद के अध्यक्ष रितेश धाडेवा, मंत्री दिनेश लुनिया, महिला मंडल की मीनू धाडेबा, लीला देवी बोथरा आदि उपस्थित थे। यह कार्यक्रम माथाभांगा कॉलेज में भी किया गया। कॉलेज के छात्रा-छात्राओं ने रमाशंकर ओझा के मार्ग दर्शन में योगिक क्रिया की जानकारी ली और उसे दैनिक जीवन में करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज के प्राचार्य देवाशीष दत्ता सहित विभिन्न शिक्षक-शिक्षिकाओं ने महत्वूपर्ण भूमिका निभाई।

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कैप्शन : प्रेक्षाध्यान की जानकारी देते रमाशंकर ओझा


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