रामकृष्ण आश्रम में बगैर चंदा के होती है दूर्गा पूजा
-पुरोहितों को कोलकाता कूचबिहार व कामाख्यागुड़ी से बुलाया जाता है संवाद सूत्र दिनहाटा
-पुरोहितों को कोलकाता, कूचबिहार व कामाख्यागुड़ी से बुलाया जाता है
संवाद सूत्र, दिनहाटा : चंदा को लेकर प्रदेश में बड़ा-बड़ा पूजा पंडाल देखा जाता है। पुलिस प्रशासन के मदद के बावजूद चंदे को लेकर झगड़ा व मारपीट की खबरें आती है। चंदा को लेकर कहीं-कहीं दादागिरी व व्यवसायियों पर काफी दबाव डाला जाता है। इस बीच पिछले 49 साल से दिनहाटा के चौधरीहाट के श्री श्री रामकृष्ण आश्रम में दुर्गापूजा बगैर चंदा के मनाई जाती है, जो एक मिसाल है। आश्रम के भक्त अपनी इच्छा से दुर्गापूजा के लिए पैसा देते है।
आश्रम कमेटी के सचिव स्वामी सेवानंद महाराज, अध्यक्ष अश्रि्वनी कुमार राय आदि ने बताया कि हम दुर्गापूजा के लिए किसी से चंदा नहीं लेते, बल्कि भक्त अपनी इच्छा से दुर्गापूजा के लिए दान देते है। हम पशु बली नहीं देते। सप्तमी, अष्टमी व नवमी के दिन कुम्हड़ा, खीरा, सेव, कच्चा केला आदि की बली दी जाती है। हमारे यहां अष्टमी के दिन कन्या पूजा होती है। इस पूजा में पूरे इलाके के लोग शामिल होते है। कोलकाता, कूचबिहार व कामाख्यागुड़ी से पुरोहितों को बुलाया जाता है।