जापानी एनसेफेलिटिस के प्रति उदासीन प्रशासन, विचरते रहते है सुअर
-पिछले साल डेंगू व जापानी एनसेफेलिटिस से दजनों लोग हुए थे शिकार -सुअरों का विचरण शीघ्
-पिछले साल डेंगू व जापानी एनसेफेलिटिस से दजनों लोग हुए थे शिकार
-सुअरों का विचरण शीघ्र बंद करने के लिए जिलाधिकारी ने नगरपालिका को दिया निर्देश
संवाद सूत्र, दिनहाटा : दिनहाटा शहर में नाले व नदियों के पास विचरते हुए सुअरों का झुंड देखकर साफ पता चलता है कि प्रशासन डेंगू व जापानी एनसेफेलिटिस के प्रति कितनी सचेत है। मच्छर जनित बीमारियों के प्रति स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाता है। लेकिन नतीजा, ढाक के तीन पात। दिनहाटा शहर के नौ नंबर वार्ड, स्टेशन के आस-पास का इलाका, बलरामपुर रोड, हिम घर के आस-पास का इलाका आदि क्षेत्रों में सुअर विचरते हुए देखे जा सकते है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इलाके के रेड लाइट एरिया में स्वास्थ्य विभाग, महकमा शासक व नगरपालिका की ओर से जागरूकता अभियान चलाया गया था। लेकिन जब उन्होंने इलाके में सुअरों को विचरते देखा तो सभी स्तब्ध हो गए।
इस संबंध में जिला के अतिरिक्त मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी परितोष मंडल ने बताया कि डेंगू व जापानी एनसेफेलाइटिस के प्रति लोगों को जागरूक करते तथा वार्ड नौ से सुअरों को हटाने को लेकर महकमा शासक से हमने बात की। यह दिमागी बुखार है। यह पशुओं से फैलता है। वहीं दिनहाटा महकमा शासक कृष्ताभ घोष ने बताया कि शहर में अवैध रूप से सुअरों के विचरण बंद करने के संबंध में नगरपालिका को कहा गया है। साथ ही पशुपालन विभाग के अधिकारियों को भी इस विषय में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
कैप्शन : नाले के पास विचरण करते हुए सुअर