चिकित्सकीय लापरवाही से सरकारी अस्पताल में नाबालिग लड़कीकी मौत
- बामनहाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद मृतक के परिजनों ने किया जमकर प्रदर्शन - नाबालिग लड़
- बामनहाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद मृतक के परिजनों ने किया जमकर प्रदर्शन
- नाबालिग लड़की के गले में बिस्कुट फंस जाने से हुई उसकी मौत : स्वास्थ्य अधिकारी
संवादसूत्र, दिनहाटा : कूचबिहार जिले के एक सरकारी अस्पताल पर एक बार फिर चिकित्सकीय लापरवाही से एक नाबालिग लड़की की मौत का मामला सामने आया है। सोमवार सुबह दिनहाटा दो नंबर ब्लाक के बामनहाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अचिता बर्मन नामक एक नौ वर्षीय लड़की की मौत हो गई। इस घटना में चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाकर मृत के परिजनों ने स्वास्थ्य केंद्र के सामने जमकर प्रदर्शन किया। घटना की खबर मिलते ही साहेबगंज थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
मालूम हो कि रविवार रात को साढ़े आठ बजे के करीब ब्लाक के बामनहाट दो ग्राम पंचायत के सीमांत गांव के कालीमाटी इलाके के कार्तिक बर्मन की नौ वर्षीय बच्ची अचिता बर्मन को गंभीर हालत में बामनहाट ब्लाक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। रात में स्थिति गंभीर होने के कारण चिकित्सक को बुलाने पर भी वे नहीं आए। सोमवार सुबह सेलेनाइड चढ़ाने के क्रम में यह घटना घटी। कुछ की देर में बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों व स्थानीय लोग उत्तेजित होकर केंद्र के बाहर जमकर प्रदर्शन करने लगे। वही घटना की खबर मिलते ही दिनहाटा दो पंचायत समिति के अध्यक्ष वीरेन राय, बामनहाट एक ग्राम पंचायत के प्रधान दीपक कुमार भट्टाचार्य भी मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाने के बाद मामले का शांत किया गया।
मृत बच्ची के पिता कार्तिक बर्मन ने कहा कि चिकित्सकीय लापरवाही से ही उसके बच्ची की मौत हुई है। सुबह में बच्ची की हालत गंभीर होने पर कई बार स्वास्थ्य कर्मी को इसकी सूचना दी गई। उसे बाद भी डाक्टर को नहीं बुलाया गया। सही समय पर इलाज होने से उनके बच्ची की मौत नहीं होती।
बामनहाट ब्लाक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी केशव राय ने कहा कि कोई भी मौत की घटना दुखद है। सुबह के समय बच्ची का सही तरीके से इलाज चल रहा था। सेलाइन चढ़ाने के बाद बच्ची को बेड पर बिस्कुट दिया गया। बिस्कुट के गले में फंस जाने से उसकी मौत हो गई।