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पुलिस हिरासत में विचाराधीन कैदी की मौत से भाजपा कार्यकर्ताओं ने काटा बवाल

-विगत 30 दिसंबर को गोसानीमारी में सिताई के तृणमूल कांग्रेस विधायक जगदीश बासुनिया पर हमले

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 07:26 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 06:17 AM (IST)
पुलिस हिरासत में विचाराधीन कैदी की मौत से भाजपा कार्यकर्ताओं ने काटा बवाल
पुलिस हिरासत में विचाराधीन कैदी की मौत से भाजपा कार्यकर्ताओं ने काटा बवाल

-विगत 30 दिसंबर को गोसानीमारी में सिताई के तृणमूल कांग्रेस विधायक जगदीश बासुनिया पर हमले का था आरोप

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-14 दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजे गए थे रामप्रसाद बारूई

संवाद सूत्र, कूचबिहार : पुलिस हिरासत में भाजपा कार्यकर्ता रामप्रसाद बारूई(75) की मौत से सोमवार को भाजपा कार्यकर्ता ने जमकर बवाल काटा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें तृणमूल के इशारे से बुरी तरह लॉकअप में पीटा गया था। वें बीमारी से नहीं पुलिस के अत्याचार से मरे हैं। बतादें कि विचाराधीन कैदी की मौत कूचबिहार के एमजेएन अस्पताल में हुई। इस घटना को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में इकट्ठा हुई। इसके बार शहर के विश्वसिंह रोड के हरिशपाल मोड़ पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम किया। विगत 30 दिसंबर को दिनहाटा के गोसानीमाड़ी में सिताई के तृणमूल कांग्रेस के विधायक जगदीश बसुनिया पर हमले का आरोप लगाया गया है। बीमार होने के कारण विगत 10 जनवरी को उन्हें पुलिस प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती करवाया। 11 जनवरी को अस्पताल प्रशासन ने कहा कि विचाराधीन कैदी को बेहतर परिसेवा की जरूरत है। 12 जनवरी को कूचबिहार में एमजेएन अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। सोमवार की अहले सुबह उसकी मौत हो गयी। भाजपा का आरोप है कि पुलिस के अत्याचार से ही रामप्रसाद की मौत हुई है।

मृतक की पत्‍‌नी प्रतिमा बारूई ने बताया कि मेरे पति स्वस्थ्य थें। अचानक कैसे उनकी मौत हो गई? दिनहाटा थाना पुलिस के अधिकारी ने बताया कि 31 दिसंबर को रामप्रसाद बारूई को गिरफ्तार किया गया है। अदालत से 14 दिनों के पुलिस रिमांड का निर्देश था। नौ जनवरी को उनकी हालत खराब हो गयी थी। उन्हें हमने 10 जनवरी को दिनहाटा अस्पताल में भर्ती करवाया। इस संबंध में तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि सिताई के विधायक पर हमला किया गया है। उनके कार पर हमला किया गया। कार को क्षति पहुंचायी गयी। इस घटना को लेकर 58 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गयी। इस घटना को लेकर तृणमूल ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने हमला किया था। भाजपा को झूठे मामले में फंसाया गया। पुलिस ने 31 दिसंबर को छह लोगों को गिरफ्तार किया। उसमें रामप्रसाद बारूई भी थे। उनके परिवार के नाती व भतीजे को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये सभी निर्दोष है।

कैप्शन : विरोध प्रदर्शन करते भाजपा कार्यकर्ता


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