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तीन बीघा में बंद हो गया बॉर्डर रिट्रिट सेरेमनी, पर्यटक मायुस

बांग्लादेश की आपत्ति के चलते भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा तीन बीघा में बॉर्डर रिट्रिट सेरेमनी बंद हो गया है। जिससे स्थानीय लोगों से लेकर पर्यटकों में नाराजगी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 07:50 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 07:50 PM (IST)
तीन बीघा में बंद हो गया बॉर्डर रिट्रिट सेरेमनी, पर्यटक मायुस
तीन बीघा में बंद हो गया बॉर्डर रिट्रिट सेरेमनी, पर्यटक मायुस

संवाद सूत्र, चेंगड़ाबांधा : बांग्लादेश की आपत्ति के चलते भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा तीन बीघा कॉरिडोर में बॉर्डर रिट्रिट सेरेमनी बंद हो गया। हर रोज दिन ढलने के बाद राष्ट्रीय ध्वज उतारते हुए बीएसएफ जवानों का रंगारंग पैरेड अभी नहीं देखने को मिल रहा है। देश-विदेश से लोग रिट्रिट सेरेमनी में शामिल होने आते थे। तीन बीघा कॉरिडोर में घुमने जाने वाले पर्यटकों को बीएसएफ का यह पैरेड बेहद पसंद आता था। लेकिन अचानक यह कार्यक्रम बंद होने से स्थानीय लोगों से लेकर पर्यटकों में निराशा व्याप्त है। बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बांग्लादेश की आपत्ति के कारण इस कार्यक्रम को बंद कर दिया गया है। फिर कब से यह पैरेड कार्यक्रम चालू होगा, इस बारे में स्पष्ट कुछ कहा नहीं गया। बीएसएफ के जलपाईगुड़ी सेक्टर के कमांडेंट दीनेश मुर्मू ने कहा कि तीन बीघा में पैरेड कार्यक्रम फिलहाल बंद है। कब चालू होगा, इस बारे में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।

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गौरतलब है कि दोनों ओर बांग्लादेश व बीच में भारत का भूखंड। भारत का यह भूखंड तीन बीघा कॉरिडोर के नाम से परिचित है। कॉरिडोर के एक ओर बांग्लादेश का पटग्राम व दूसरी ओर दहग्राम-अंगारपोता है। बांग्लादेश के लोगों की यातायात की सुविधा के लिए 26 जून 1992 को भारत सरकार ने तीन बीघा कॉरिडोर को खोल दिया था। तभी से भारत के इस भूखंड के माध्यम से बांग्लादेश के लोग अपने देश में यातायात करते हैं। सुरक्षा के हित में तीनबीघा कॉरिडोर को भारत की तरफ से घेर दिया गया है। कॉरिडोर के दोनों ओर दो लोहे का गेट है। दोनों ओर दोनों देशों के सीमावर्ती सुरक्षा वाहिनी की सीमा चौकी व निगरानी की व्यवस्था है। तीन बीघा कॉरिडोर में हर शाम को भारतीय सीमा सुरक्षा जवानों की ओर से राष्ट्रीय पताका उतारने के साथ ही पैरेड का आयोजन किया जाता था। इस दौरान कॉरिडोर के दोनों ओर के लोहे का गेट थोड़े समय के लिए बंद कर दिया जाता था। ताकि सुंदर इस पैरेड कार्यक्रम में बाधा न आए। पैरेड के दौरान बांग्लादेश के लोग भी भारत के इस सुंदर कार्यक्रम का लुत्फ उठाते थे। बीएसएफ जवानों का यह पैरेड देखने के लिए यहां पर्यटकों की भीड़ भी उमड़ती है। कुचलीबाड़ी इलाके के जिला परिषद सदस्या फुलती राय ने कहा कि तीनबीघा में बीएसएफ का पैरेड कार्यक्रम कर देने के विषय को लोग मान नहीं पा रहे हैं। इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों में काफी रोष है।


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