काफिले पर हमले के बाद दिलीप घोष ने कहा, मैं भयभीत नहीं
गणतंत्र बचाओ रथयात्रा के सिलसिले में कूचबिहार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हाथ में तृणमूल का झंडा लिए लोगों ने हमला किया। इसमें सात वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं।
सिलीगुड़ी [जेएनएन]। शुक्रवार से भाजपा की प्रस्तावित गणतंत्र बचाओ रथयात्रा के सिलसिले में गुरुवार को कूचबिहार से झिलाईडांगा जाते समय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हाथ में तृणमूल कांग्रेस का झंडा लिए लोगों ने हमला किया। इसमें सात वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्हे काला झंडा दिखाकर गो बैक के नारे लगाए गए। आरोप है कि यह हमला तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया।
हमला के बाद दिलीप घोष ने कहा कि उनको पता था कि हमला होना ही है। पंचायत चुनाव से लेकर अब तक उनपर यह 10वां हमला है। इससे वे डरनेवाले नहीं हैं। उनके कदम पीछे नहीं होंगे। पुलिस के सामने जब हमला किया जा रहा है तो इसका मतलब समझा जा सकता है।
काफिले में साथ चल रहे भाजपा युवा मोर्चा के राज्य सचिव बाप्पा चटर्जी को इस हमले में चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस का सपोर्ट लेकर तृणमूल के गुंडे हुड़दंग मचा रहे हैं। मेरे ऊपर हमला किया गया है। हम इससे डरने वाले नहीं। जो भी हो, अब तो गणतंत्र बचाओ यात्रा होकर रहेगी। इसे कोई रोक नहीं सकता।
यह घटना गुरुवार शाम को कूचबिहार के शीतलकुची की ओर जाते समय खालिसामाड़ी इलाके में घटित हुई। गौरतलब है कि भाजपा नेताओं का काफिला पंचानन वर्मा के परिवार से मिलने जा रहा था। हमले के बावजूद दिलीप घोष ने ठाकुर पंचानन वर्मा के परिवार से मुलाकात की। वहां पर भी तृणमूल के समर्थकों ने दिलीप घोष के खिलाफ नारे लगाये।
हमले के संबंध में उत्तर बंगाल के विकास मंत्री रवींद्र नाथ घोष का कहना है कि इस घटना में भाजपा व मुकुल के गुट का हाथ है। हमारी पार्टी का इसमें कोई हाथ नहीं है।