रख-रखाव के अभाव के कारण तेकनिया इको पार्क के सौंदर्य में लगा दाग
-शाम होते ही असामाजिक तत्व पार्क में घुसकर पीते है शराब -पार्क जाने का मार्ग जर्जर वाहन चल
-शाम होते ही असामाजिक तत्व पार्क में घुसकर पीते है शराब
-पार्क जाने का मार्ग जर्जर, वाहन चलने से उड़ता है धूल
संवाद सूत्र, माथाभांगा : माथाभांगा तेकनिया स्थित इको पार्क रख-रखाव के कारण अपनी खूबसूरती खोने लगी है। एक समय यह स्थल पिकनिक के लिए लोगों का पसंदीदा जगह हुआ करता था। माथाभांगा के एक नंबर ब्लॉक के पोचागढ़ ग्राम पंचायत के अंतर्गत मानसाई नदी से घिरे तेकनिया इको पार्क ठंड के समय में सैकड़ों लोग यहां पिकनिक के लिए आते थे। लेकिन धीरे-धीरे यह जगह पिकनिक के लिए अनुपयुक्त होती जा रही है। केवल नाम का इको पार्क है। पार्क में कुछ भी नहीं है। कुछ साल पहले यहां हिरण रखने का प्रस्ताव रखा गया था। लेकिन अभी तक एक भी हिरण पार्क में नहीं देखा गया। उल्लेखनीय है कि माथाभांगा के कूचबिहार राज्य सड़क के पंचानन सेतु के पास डेढ़ किलोमीटर दूर पूर्व की ओर तेकनिया इको पार्क है। पार्क जाने का मार्ग पूरी तरह जर्जर है। वाहन आदि के आवागमन से काफी धूल उड़ता है, इसलिए कोई इस मार्ग से आना भी नहीं चाहते। पार्क के खांचा में कई वनमुर्गी है, लेकिन पार्क का अधिकांश पिंजरा खाली है। कुछ खरगोश ही इन पिंजरे में दिखते है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले इन खांचे में विभिन्न प्रजाति के चिड़ियों को रखा गया था। लेकिन अब एक भी चिड़िया नहीं दिख रही है। इस संबंध में विधायक व राज्य मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने बताया कि इस पार्क को संजाने का मैंने सपना देखा था। लेकिन विभिन्न जटिलता के कारण पूरा नहीं हो पाया। अपने विधायक फंड से मैं सड़क निर्माण के लिए प्रयास करूंगा।
कैप्शन : सुनसान तेकनिया इको पार्क