बर्नपुर अस्पताल को विशेषज्ञ चिकित्सक का इंतजार
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बर्नपुर: पश्चिम बर्द्धमान जिला के बेहतर अस्पतालों में पब्लिक सेक्टर यूनिट इस्को स्टील प्लांट का बर्नपुर अस्पताल माना जाता है। लेकिन अस्पताल में विशेषज्ञ सहित अन्य चिकित्सकों की कमी के कारण इस अस्पताल से मरीजों का विश्वास उठता चला जा रहा है, विशेषज्ञ चिकित्सक न होने के कारण प्लांट के कर्मियों को अन्य अस्पताल की ओर रुख करना पड़ रहा है। अस्पताल में पहले 135 से अधिक चिकित्सक थे, अब अस्पताल में स्थायी लगभग 35 चिकित्सक रह गए है। बर्नपुर अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों में बच्चा, नेत्र, ईएनटी, हृदय, बर्न सहित अन्य की कमी है। जिस कारण आइएसपी कर्मी व उनके परिजनों को मजबूरी में बेहतर इलाज के लिए बाहरी चिकित्सक पर निर्भर रहना पड़ता है। बर्नपुर अस्पताल में कांट्रेक्चुअल चिकित्सक करीब 26 है, मरीजों का आरोप है कि उनके अस्पताल आने का समय भी निर्धारित नहीं है। ऐसे में मरीजों को अस्पताल में आने के बाद भी इंतजार करना पड़ता है। अस्प्ताल की दुर्दशा के संबंध में इंटक यूनियन के नेता अजय राय ने कहाकि चिकित्सक, रेडियोलोजिस्ट, नर्स की कमी तो है ही। इसके अलावा दवा के लिए बनाये गये 9 नंबर काउंटर से जेनरिक दवा ही मिलती है। यहां मरीजों के भर्ती होने पर पैसे देकर आया को रखना भी आवश्यक कर दिया गया है, जो सरासर गलत है। चिकित्सक की नियुक्ति के लिए इ 1 से इ 3 तक का ग्रेड दिया जाता है, साथ ही बाहर प्रैक्टिस पर भी पाबंदी होती है। इस कारण भी चिकित्सक यहां आना नहीं चाहते है।
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चिकित्सक की कमी को पूरा करने का प्रयास
बर्नपुर: आइएसपी के डीजीएम पीआर भाष्कर कुमार ने कहाकि बर्नपुर अस्पताल में चिकित्सक की कमी को पूरा करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। चिकित्सक नियुक्ति के लिए विज्ञापन भी दिया गया था, जिसमें कुछ कांट्रेक्चुअल चिकित्सक की नियुक्ति की गई है, लेकिन स्थायी चिकित्सक नहीं आ रहे है। इसका कारण ग्रेड पे कम हो सकता है।