तीसरे दिन नदी में मिला मामा-भांजा का शव
कार्तिक पूर्णिमा के दिन बराकर नदी में डूबे मामा-भांजा का शव तीसरे दिन गुरुवार सुबह बरामद कर लिया गया है। बिना पोस्टमार्टम शव को ले जाते समय मैथन पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया।
बराकर : कार्तिक पूर्णिमा के दिन बराकर नदी में डूबे मामा-भांजा का शव तीसरे दिन गुरुवार सुबह बरामद कर लिया गया है। बिना पोस्टमार्टम शव को ले जाते समय मैथन पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया। बताया जाता है कि सुबह महिलाएं स्नान करने के लिए बराकर नदी के बालू घाट गई थी। सुबह साढ़े छह बजे के लगभग देखा गया कि एक व्यक्ति का शव रेलवे पुल के निकट बालू और पानी से सटकर पड़ा है। इसके बाद महिलाओं ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर नदी के समीप ही बैठे मृतक के परिजन तथा स्थानीय लोग दौड़कर आए तो देखा कि नदी में डूबे मामा राजकुमार का शव है। फिर कुछ ही दूरी पर भांजे राजू का भी शव मिल गया। परिवार वाले शव को कब्जे में करने के बाद दोनों शवों को कार में रखने के बाद बराकर पुलिस को खबर देकर शव को ले जाने लगे। पुलिस जब तक पहुंचती परिजन शव लेकर निकल चुके थे। बराकर पुलिस ने तत्काल इसकी सूचना मैथन पुलिस को दी। मैथन पुलिस ने कार समेत दोनों शव को कब्जे में ले लिया है। बताया यह भी जा रहा है कि घटना स्थल झारखंड में पड़ता है। इस कारण चिरकुंडा थाना अंतर्गत मैथन पुलिस ने शव को कब्जे में लिया है। इस संबंध में कुल्टी थाना के आइसी इंचार्ज सोमनाथ भट्टाचार्य ने कहा कि घटनास्थल मैथन थाना क्षेत्र में है।
मालूम हो कि कार्तिक स्नान करने परिवार वालों के साथ आए भांजा राजू सिंह और उसका मामा राजकुमार सिंह मंगलवार को बराकर नदी में डूब गए थे। दोनों के नदी में डूबने के पश्चात स्थानीय गोताखोरों ने दोनों को खोजने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिलने पर मंगलवार शाम को सिविल डिफेंस टीम ने पहुंचकर नदी में दोनों की तलाश शुरू की। बुधवार को भी सिविल डिफेंस की टीम ने खेजबीन की लेकिन सफलता नहीं मिली। राजकुमार के बड़ा भैया सुशील बुधवार की सुबह धनबाद से दस- पंद्रह साथियों के साथ आकर खोजबीन में लगे रहे।