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आतंकी फंडिग : दुर्गापुर में राजू से पहले भी पकड़ाया था एक आरोपित

जागरण संवाददाता दुर्गापुर दुर्गापुर इस्पातनगरी के बी-जोन महिष्कापुर निवासी दुर्गापुर इस्पात स

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 12:40 AM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 12:43 AM (IST)
आतंकी फंडिग : दुर्गापुर में राजू से पहले भी पकड़ाया था एक आरोपित
आतंकी फंडिग : दुर्गापुर में राजू से पहले भी पकड़ाया था एक आरोपित

जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : दुर्गापुर इस्पातनगरी के बी-जोन महिष्कापुर निवासी दुर्गापुर इस्पात संयंत्र (डीएसपी) के पूर्व कर्मी राजू खान को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिला की पुलिस ने आतंकी फंडिग में गिरफ्तार किया है। आतंकी फंडिग का तार दुर्गापुर के लोगों से जुड़ा यह दूसरा मामला है। इसके पहले एक और व्यक्ति का तार इस घटनाक्रम से जुड़ा था। हालांकि रायपुर जिला कोर्ट ने उसे बरी कर दिया। इस मामले में ही अन्य चार आरोपितों को दोषी करार देते हुए 10-10 वर्ष की सजा सुनाई।

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राजू की गिरफ्तारी के बाद से महिष्कापुर के लोग भी आश्चर्यचकित है, आखिरकार डीएसपी कर्मी का कैसे आतंकी गिरोह के लोगों से हुआ। महिष्कापुर के लोग भी उसकी गिरफ्तारी के बाद थोड़ा चितित है। उसके परिवार वाले भी मुंह खोलना नहीं चाहते है एवं चुप्पी साधे हुए है। घर के सामने भी सन्नाटा मंगलवार को देखा गया। राजू खान 18/26 महिष्कापुर स्थित डीएसपी के क्वार्टर में रहता था, जहां से उसकी गिरफ्तारी हुई। उसके पड़ोसी सरोज मंडल कहते है कि मीडिया से पता चला कि वह आतंकी फंडिग में शामिल था। वह यहां वर्ष 2001 में आया था। डीएसपी में नौकरी करता था। वह नौकरी छोड़कर प्रमोटरी के धंधे से जुड़ गया। यहां पहले उसके माता-पिता, भैया-भाभी रहते थे। माता-पिता का निधन हो गया है। कुछ वर्ष पहले ही उसके भाई भी दूसरी जगह चले गए। काफी समय तक वह यहां कम आना-जाना करता था। पिछले छह माह से हमलोग उसे देख रहे थे।

रायपुर पुलिस ने राजू खान को गिरफ्तार किया था, लेकिन उसके बैंक खाते में कितना रुपया आया, इसका राज नहीं खुल पाया है। रायपुर पुलिस ने भी रुपया के बारे में बताने से इन्कार किया है। शहर के लोग भी जानना चाहते है कि राजू की संलिप्ता आतंकी फंडिग में किस तरह थी। राजू आतंकी फंडिग का रुपया किसे देता था, यह भी जांच का विषय है।

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धीरज साव ने किया था लेनदेन

रायपुर पुलिस को अब तक जांच में पता चला है कि पाकिस्तान से आतंकी फंडिग का रुपया रायपुर में ठेला पर चिकेन व अंडा का व्यवसाय करने वाले धीरज साव का आतंकियों से संबंध था। उसके बैंक खाते में खालिद नामक आतंकी रुपया भेजता था। उसके साथ फोन पर उसकी बात भी होती थी। करीब दो-तीन करोड़ रुपया धीरज ने मंगलोर निवासी दंपती जुबैर हुसैन, आयशा बानो, दुर्गापुर निवासी राजू खान और बिहार के पप्पू मंडल को करता था।


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