आसमानी आग में झुलस रहा शिल्पांचल
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जागरण संवाददाता, आसनसोल: आसनसोल समेत पूरा दक्षिण बंगाल लू की चपेट में आ गया है। आसनसोल का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है। शुक्रवार को बढ़कर रिकार्ड 44 डिग्री सेल्सियस पार कर जाने की संभावना है। पिछले साल की तुलना में मई की गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के अनुसार 11 मई तक आसनसोल समेत पश्चिम बर्दमान, पूर्व बर्दमान, बांकुड़ा, पुरुलिया, वीरभूम, मुर्शिदाबाद, वेस्ट मिदनापुर व झारग्राम जिले धूल भरी गर्म हवा के चपेट में रहेंगे। 12 मई को तापमान में मामूली कमी होने की संभावना है।
आसनसोल में सुबह पुरवैया हवा चली। दोपहर बाद धूल भरी गर्म हवा से लोग व्याकुल रहे। फणि के आने से हवा में नमी काफी बढ़ गयी थी। उसके बाद नमी में तेजी से कमी आई और अब हवा में नमी की मात्रा महज 20 फीसद होने के कारण झुलसाने वाली गर्मी ने परेशान किया। आसनसोल और आसपास का अधिकतम तापमान 43 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
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आसनसोल का संभावित तापमान डिग्री में
दिन अधिकतम न्यूनतम
10 44 25
11 44 25
12 42 26
13 42 27
14 40 27
15 41 27
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इनसेट
नहीं मिलेगी राहत, अगले दो दिनों में और बढ़ेगा तापमान
सुबह से ही लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा। जैसे-जैसे दिन चढ़ने लगा, वैसे-वैसे पछुआ हवा की रफ्तार बढ़ने लगी। दोपहर में शुष्क पछुआ हवा की रफ्तार और तेज हो गई। नतीजतन लोग घरों में दुबके रहे। घर से बाहर निकले लोगों का गला सूख रहा था। लोग गर्म हवा के थपेड़ों से झुलसते रहे। शाम तक भी लोगों को गर्मी से निजात नहीं मिली। लू शरीर का निर्जलीकरण कर देता है और प्रतिरोधक क्षमता को घटा देता है।
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इनसेट
कब होता है हीट वेव::
भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक गणेश कुमार दास ने बताया कि जब अधिकतम पारा 40 डिग्री से अधिक हो और किसी निर्दिष्ट जगह का अधिकतम पारा उस समय के पारा से 4.5 डिग्री अधिक रहता है तो लू यानी हीट वेव घोषित किया जाता है। गुरूवार को आसनसोल का अधिकतम पारा 43 डिग्री से अधिक था। जैसे-जैसे पृथ्वी गर्म हो रही है, भविष्य में हीटवेव के और मजबूत होने की सम्भावना है। यानि समय आ गया है कि ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को कम करने को ठोस उपाय किये जाए।
गर्मी से बचने के उपाय: आसनसोल जिला अस्पताल के अधीक्षक डा. निखिल चंद्र दास ने कहा कि गर्म हवा जानलेवा हो सकती है। इससे बचने के उपायों पर गंभीरता से अमल करना चाहिए। इन दिनों आसनसोल में भले ही अब हीट स्ट्रोक के मरीज नहीं आ रहे। लेकिन गर्मी लगने से डायरिया, असहज महसूस करना, सांस का कष्ट आदि के मरीज बड़ी संख्या में आ रहे है। डाॉ निखिल चंद्र दास ने कहा कि गर्मी के दिनों में पहले तो कड़ी धूप में बाहर निकलने से बचे। अगर जरूरी हो तो बाहर निकलते समय छाता या टोपी और धूप का चश्मा जरूर लगाये। तेज धूप में नंगे सिर, नंगे पांव व बिना कपड़े पहने बाहर नहीं निकले। खाली पेट बाहर नहीं जाए जब भी बाहर जाए तो पानी पीकर ही जाए और अपने साथ ठंडा पानी या शरबत साथ में जरूर रखें। सूती और हल्के रंग का ढीला पोशाक पहने। बाहर का जंक फूड खाने से परहेज करें। गर्मी में ज्यादा मसालेदार सामान का उपयोग नहीं करें।
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गंगेटिक पश्चिम बंगाल के पुरूलिया, बांकुड़ा, पूर्व व पश्चिम बर्दमान, वीरभूम, मुर्शिदाबाद, पश्चिम मिदनापुर और झारग्राम जिलों में अगले दो दिनों तक हीट वेब चलने की संभावना रहेगी।
गणेश कुमार दास, भारतीय मौसम विभाग।