योग से निरोग हुई शारदा मंगराज
योग के माध्यम से जीवन को निरोग बनाकर वर्तमान में अपने पूरे परिवार के साथ खुशी का जीवन व्यतीत कर रही है कुल्टी दक्षिण रानीतलाब की रहने वाली गृहणी शारदा मंगराज ।
संवाद सहयोगी , कुल्टी: योग के माध्यम से जीवन को निरोग बनाकर वर्तमान में अपने पूरे परिवार के साथ खुशी का जीवन व्यतीत कर रही है कुल्टी दक्षिण रानीतलाब की रहने वाली गृहणी शारदा मंगराज । मनुष्य के जीवन में योग का क्या महत्व है ये वही लोग बता सकते है जिन्होंने इससे अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाया है। उसी में कुल्टी की गृहणी शारदा मंगराज है। वे लगभग 10 वर्षो से योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन गुजार रही है। शारदा मंगराज ने दैनिक जागरण को बताया कि 10 वर्ष पूर्व वह विभिन्न शारीरिक व्याधियों से गुजर रही थी। अधिक गुस्सा व डिप्रेशन के कारण चिकित्सा का सहारा लिया, लेकिन कोई स्थाई समाधान नही हुआ। उसी दौरान टेलीविजन पर राजयोग के माध्यम से निरोग रहने का उपाय देखा । इसके बाद उन्होंने चिरकुंडा स्थित प्रजापिता ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग सेंटर से संपर्क किया और सेंटर प्रमुख बहन बीके अर्चना के मार्गदर्शन में सात दिनों का राजयोग का कोर्स किया। राजयोग मैडिटेशन से उनके जीवन मे आमूलचूल परिवर्तन आया। चिकित्सकों से जो दवा लेती थी वो छोड़ दी। जो काम दवा से नही हो पाया वह योग से संभव हो गया। वे नियमित सुबह शाम 45 मिनट तक ध्यान योग करती है और दूसरों को भी प्रेरित करती है । वर्तमान में कुल्टी, बराकर, नियामतपुर में राजयोग गीता पाठशाला के माध्यम से सैकड़ों बहन और भाई अपने जीवन को राजयोग के माध्यम से सुखमय बना रहे है। समाज को राजयोग के माध्यम से सुखी रखने के लिए बड़ी बहन बीके अर्चना के मार्गदर्शन में बहन पिकी, बहन उषा, बहन अनु नियमित कुल्टी , बराकर, नियामतपुर एवं डिसरगढ़ में राजयोग मैडिटेशन का प्रशिक्षण देती है ।