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केएनयू में छात्रों ने जमकर किया हंगामा

आसनसोल काजी नजरूल विश्वविद्यालय का विवादों से पीछा नहीं छूट रहा है। विश्वविद्यालय के प्रबंधकी

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 07:35 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 07:35 PM (IST)
केएनयू में छात्रों ने जमकर किया हंगामा
केएनयू में छात्रों ने जमकर किया हंगामा

आसनसोल: काजी नजरूल विश्वविद्यालय का विवादों से पीछा नहीं छूट रहा है। विश्वविद्यालय के प्रबंधकीय लापरवाही का खामियाजा यहां के छात्रों के सुनहले भविष्य को चौपट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। भविष्य की चिता लिये छात्र मजबूरी में आंदोलन की राह पकड़ रहे लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन अपने अडियल और लापरवाही भरे रवैया में परिवर्तन करने को तैयार नहीं है। सोमवार को विश्वविद्यालय माइनिग और मेटलार्जिकल विभाग के छात्रों ने विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा मचाया। विवि प्रशासन से सकारात्मक उत्तर नहीं मिलने पर छात्रों ने मंगलवार से कक्षा बंद कर अनिश्चित कालीन आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है।

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छात्रों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है। छात्रों ने आरोप लगाया कि माइनिग और मेटलार्जिकल को अभी तक एआइसीटीई से मान्यता ही नहीं मिली है। ऐसे में कोर्स पूरा होने के बाद भी उनके डिग्री को मान्यता नहीं मिल पाएगी। छात्रों ने आरोप लगाया कि दो वर्ष पूर्व कोर्स शुरू हुआ था तो कहा गया था कि जल्द ही एआइसीटीई से मान्यता ले ली जाएगी। उनलोगों को छह सेमेस्टर का कोर्स पूरा करना है, प्रत्येक छह माह के सेमेस्टर के लिए करीब 14 हजार रुपया शुल्क लिया जाता है। मालूम हो कि करीब दो वर्ष पूर्व विश्वविद्यालय में काफी तामझाम से माइनिग और मेटोलार्जिकल संस्थान खोला गया था। उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए छात्रों ने यहां नामांकन कराया। चूंकि एआइसीटीई से मान्यता लेने को कई शर्तों को पूरा करना पड़ता है। इसमें आधारभूत संरचना व प्रयोगशाला भी शामिल है। विश्वविद्यालय ने आधारभूत संरचना की अहर्ता पूरी करने के लिए 10 करोड़ रुपये से भवन निर्माण कराना शुरू किया। जिसे मार्च 2019 में पूरा होना था लेकिन अभी भवन की नीवं भी पूरी नहीं हुई है। ऐसे में एआइसीटीई से मान्यता मिलना दूर की कौड़ी है। बताया जाता है कि हंगामा कर रहे छात्रों से वार्ता के दौरान कुलपति ने एआइसीटीई से मान्यता दिलाने का कोई भरोसा नहीं दिलाया। इससे छात्रों में काफी आक्रोश है। मालूम हो कि इससे पहले 6 जून 2018 को भी इस संबंध में कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया था। छात्रों का कहना है कि उस समय आश्वासन दिया गया था। सूत्रों के अनुसार, विवि ने एआइसीटीई से मान्यता को पत्र दिया है, लेकिन जब आधारभूत संरचना ही नहीं है तो मान्यता मिलने की संभावना भी क्षीण है। विवि छात्र संघ के महासचिव आदर्श शर्मा ने कहा कि छात्रों का भविष्य से खिलवाड़ करने की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। कहा कि इस संबंध में कुलपति से बात की जाएगी।


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