करोड़ों के फर्जीवाड़े में छत्तीसगढ़ पुलिस पहुची दुर्गापुर
दुर्गापुर छत्तीसगढ़ के विलासपुर जिले में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े के फरार आरोपि
दुर्गापुर : छत्तीसगढ़ के विलासपुर जिले में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े के फरार आरोपित विश्वजीत भौमिक की तलाश में विलासपुर एसआइटी की टीम शुक्रवार को दुर्गापुर पहुंची। जहां शहर के न्यूटाउनशिप स्थित विधाननगर में विश्वजीत के ससुराल में जाकर पूछताछ की, लेकिन विश्वजीत का कुछ भी पता नहीं चल पाया है। विलासपुर एसआइटी की टीम ने उसके ससुर रमेश दत्ता से पूछताछ कर जानकारी एकत्र करने की कोशिश की। जिसमें उन्होंने बताया कि 11 मई को विश्वजीत दुर्गापुर आया था एवं विधाननगर के अनन्या होटल में ठहरा था। उसके बाद वाले दिन यहां से चला गया। उसके बाद उसकी कोई जानकारी नहीं है।
जून माह के आरंभ से विश्वजीत लापता है। जिस पर कई सौ करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोप है। जिसमें तीन लोगों द्वारा विलासपुर के विभिन्न थाना में शिकायत दर्ज हुई। जिसके बाद फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। जिसकी जांच के लिए विलासपुर के एसपी प्रशांत अग्रवाल ने दस सदस्यीय एसआइटी का गठन किया। एसआइटी को संदेह है कि वह पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश भाग सकता है। इस कारण पुलिस की ओर से उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है। एसआइटी को दुर्गापुर में उसके ससुराल की जानकारी मिली, जहां इंस्पेक्टर एसएन साहू एवं साजिद के नेतृत्व में टीम शुक्रवार को पहुंची। एसआइटी ने विधाननगर के अनन्या गेस्ट हाउस में रजिस्टर की जांच की, जिसमें पाया कि वह 11 मई को इस गेस्ट हाउस में रूका था। विश्वजीत जिस चालक को लेकर आया था, उसे भी एसआइटी लेकर आयी है। दुर्गापुर आने पर वह बेनाचिति के बैंक ऑफ बड़ौदा बैंक में गया था, वहां भी एसआइटी जांच कर रही है एवं वीडियो फुटेज एकत्र कर रही है। वहीं संध्या समय विधाननगर स्थित उसके ससुराल जाकर जानकारी हासिल की। ----------------------------------------------------------------------------------------- क्या है मामला :
बिलासपुर निवासी विश्वजीत भौमिक अपनी पत्नी रूमा एवं दो बेटों के साथ रहता था। जहां वह उड़ान माइक्रो फाइनेंस का कार्यालय वर्ष 2014 में शुरू किया। जिसके माध्यम से वह लोगों को ऋण देता था एवं उसके एवज में वह ऋण लेने वाले लोगों के प्रोपर्टी का कागजात बंधक रखता था। उस प्रोपर्टी के कागजात पर ही उसने अलग-अलग फर्जी कंपनी खोलकर पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स की कई शाखाओं से कई सौ करोड़ का ऋण पास करवाया। जिसके बाद वह 31 मई से फरार है। आरोप है कि उसके इस फर्जीवाड़े में बैंक के अधिकारियों की भी मिलीभगत थी। जिसका नतीजा है कि उसके फरार होने का मामला सामने आने एवं शिकायत दर्ज होने के बाद से बैंकों ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। बैंकों की ओर से कुछ अधिकारियों को निलंबित कर मामले का जांच करवाया जा रहा है। ----------------------------------------------------------------------------------------- आत्महत्या की या फरार रहस्य बरकरार : विश्वजीत भौमिक विलासपुर से 31 मई को फरार हुआ। उसके बाद दो जून को वह ओडिसा के संबलपुर में गया, जहां वह अपनी पत्नी के साथ एक होटल में ठहरा। उसके बाद वाले दिन उसकी कार संबलपुर के बुर्ला पीसी ब्रिज से मिली, जिसमें एक पत्र मिला, जहां लिखा था कि वह आत्महत्या कर रहा है। उस घटना के बाद पुलिस की ओर से गोताखोर की मदद से नदी में तलाश किया गया, लेकन कोई सुराग नहीं मिला। इस कारण संदेह है कि वह आत्महत्या का नाटक पुलिस के आंख में धूल झोंकने के लिए किया है। उसकी पत्नी रोमा को गिरफ्तार कर पुलिस ने पूछताछ की तो वह भी आत्महत्या की बात स्वीकार की। लेकिन पत्नी के व्यवहार एवं रहन सहन एवं मांग में सिदुर देखकर पुलिस को संदेह है कि आत्महत्या का नाटक किया गया है। इस कारण एसआइटी मामले की जांच में जुटी है। ----------------------------------------------------------------------------------------- कोट : विश्वजीत से मैने 20 लाख रुपया ऋण लिया था एवं मेरे प्रोपर्टी का कागजात विश्वजीत अपने पास रख लिया था। 2018 में वह बैंक से मुझे 9.50 लाख का ऋण दिलवाया। 31 मई को उसके लापता की सूचना मिली, जिसके बाद मैं बैँक गया तो पता चला कि मेरे प्रोपर्टी पर उसने अन्य कंपनी बनाकर 60 लाख रुपया ऋण लिया है। उस कंपनी में उसकी पत्नी रूमा भौमिक निदेशक थी, जिसकी शिकायत मैने 23 जून को थाने में की। जिसमें पुलिस ने पत्नी को गिरफ्तार किया, जो जेल में है। अन्य दो लोगों प्रशांत पांडे एवं किशोर साह ने भी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। ---सुरेश यादव, पीड़ित, व्यवसायी, विलासपुर