बर्नपुर के 226 कर्मियों को नहीं मिला पीएफ
बर्नपुर के कर्मियों को नहीं मिला पीफ की राशि
:: मामला 226 वीआरएस कर्मियों को पीएफ नहीं मिलने का
संवाद सहयोगी, बर्नपुर: बर्नपुर बर्न स्टैंडर्ड कर्मियों को वीआरएस देकर सरकान ने कारखाना को बंद कर दिया, लेकिन लगभग 12 माह बीत गए है, पूर्व कर्मचारियों को बर्न स्टैंडर्ड कंपनी की ओर से पीएफ राशि प्राप्त नहीं हुई है। पीएफ की मांग को लेकर विगत 30 जुलाई से पूर्व कर्मी धरना दे रहे है। सोमवार को धरना के दौरान कर्मियों ने कहाकि अब सब्र का बांध टूट रहा है। आखिरकार कब हमलोगों को पीएफ की राशि मिलेगी, कब आएगे अच्छे दिन।
धरना दे रहे विभिन्न यूनियन के प्रतिनिधियों में जसपाल सिंह, धनंजय भंडारी, देवाशीष कर्मकार, आशीष बाग, विनय मिश्रा, भगीरथ हलदर, प्रेमचंद, पवित्र पात्रो, तपन गोस्वामी, रतन दे आदि ने कहाकि बर्न स्टैंडर्ड के 226 पूर्व कर्मचारी है, उन्हें कारखाना से वीआरएस दे दिया गया है, मगर पीएफ की राशि का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। इसमें बर्न स्टैंडर्ड कारखाना प्रबंधन की सरासर लापरवाही है। उन्होंने कहा कि 13 अगस्त को कोलकाता में पीएफ के चीफ एडिशनल आयुक्त शकीरा संगमा ने इस मुद्दे को लेकर बर्न स्टैंडर्ड कारखाना के सीएमडी अशद आलम और बर्न स्टैंडर्ड सेव कमेटी के अंतर्गत यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। जिसमें पीएफ आयुक्त श्री संगमा ने कारखाना के सीएमडी को पीएफ राशि देने का निर्देश दिया था। जिसपर सीएमडी ने कारखाना के बॉड को बेचकर पीएफ राशि देने का वादा किया था, मगर अब तक पीएफ की राशि का भुगतान नहीं हुआ है। सिर्फ यहां के पूर्व कर्मचारियों को आश्वासन दिया जा रहा है, मगर इसका कोई लाभ नहीं हुआ। जब तक हमलोगों को पीएफ की राशि का भुगतान नहीं होता तब तक हमलोग गांधीगिरी के साथ धरना देते रहेंगे।