बांग्लादेश में अत्याचार के खिलाफ विरोध सभा
संवाद सहयोगी बेनाचिति बांग्लादेश में हिदुओं पर अत्याचार मंदिरों पर हमले एवं अल्पसंख्यक हि
संवाद सहयोगी, बेनाचिति : बांग्लादेश में हिदुओं पर अत्याचार, मंदिरों पर हमले एवं अल्पसंख्यक हिदुओं के घरों पर हमले की घटना के विरोध में प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। आए दिन किसी न किसी संगठन की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। शनिवार शाम दुर्गापुर इस्पातनगरी के नेताजी सुभाष रोड स्थित इस्कान मंदिर के समक्ष भक्तों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए।
मंदिर के आचार्य औदर्य चंद्र दास ने बताया कि बांग्लादेश में जिस तरह से इस्कान मंदिर में एक सन्यासी तथा भक्तों की हत्या की गई, वह काफी निदनीय है। इसके अलावा अल्पसंख्यकों को आए दिन निशाना बनाया जा रहा है। वहां की सरकार को हिदुओं की सुरक्षा देनी चाहिए। अत्याचार करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य के मन को परिवर्तन के बिना अत्याचार बंद नहीं होगा। अशिक्षा के कारण ही अत्याचार हो रहा है। किसी भी धर्म ग्रंथ में अत्याचार की बात नहीं लिखी है, अगर किसी में लिखा है तो वह धर्म ग्रंथ नहीं है। प्रेम ही जीव का परम धर्म है। प्रेम ही शांति लौटा सकता है, यह हमारी नीति है। हमलोगों को प्रेम एवं भगवान के प्रति आस्था है। अपराधियों के विनाश का काम प्रभु करेंगे। सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आने को उन्होंने वेदना दायक बताया। कहा कि सरकार का वह व्यक्तिगत विषय है। उसमें हमलोग हस्तक्षेप नहीं कर सकते। आज 800 इस्कान मंदिर में सभा, जुलूस हो रहा है। यह लगातार चलता रहेगा। ऐसी घटना की पुनरावृति होने पर बड़ा आंदोलन होगा।