काजोड़ा में चाल गिरने से ठेका कर्मी की मौत
अंडाल ईसीएल के काजोड़ा क्षेत्र के सेंट्रल काजोड़ा कोलियरी खदान में चाल (कोयले का टुकड
अंडाल : ईसीएल के काजोड़ा क्षेत्र के सेंट्रल काजोड़ा कोलियरी खदान में चाल (कोयले का टुकड़ा) गिरने से ईसीएल कर्मी की मौत हो गई। श्रमिक संगठनों ने शव को खदान के पास रखकर विरोध प्रदर्शन किया। जहां बीस लाख रुपया मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग की। मांग को लेकर संध्या तक गतिरोध चलता रहा। अंत में प्रबंधन के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त हुआ एवं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। काजोड़ा के मधुसुदनपुर इलाका निवासी श्रीकांत कोड़ा ठेका श्रमिक के रूप में सेंट्रल काजोड़ा कोलियरी में काम करता था। बुधवार की वह सुबह पाली में खदान के अंदर काम कर रहा था। उसी समय दोपहर एक बजे के करीब चाल गिरने से वह दब गया। किसी तरह अन्य श्रमिकों ने उसे खदान से निकालकर इलाज के लिए गौरी देवी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद तृकां ठेका श्रमिक संगठन के नेता शव को लेकर कोलियरी में पहुंचे एवं शव को रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। संगठन की ओर से बीस लाख रुपया मुआवजा, वहां के मैनेजर के तबादले आदि की मांग की गई। दोपहर से लेकर संध्या तक आंदोलन चलता रहा, जहां सभी श्रमिक संगठन के नेता पहुंचे। अंत में कार्मिक प्रबंधक व एजेंट के साथ बैठक हुई, जिसमें फिलहाल छह लाख रुपया मुआवजा एवं अन्य मुआवजा के लिए ईसीएल मुख्यालय के पास आवेदन भेजने पर सहमति बनी। तब जाकर आंदोलन समाप्त हुआ। ठेका श्रमिक संगठन के नेता चंडी चट्टराज ने कहा कि प्रबंधन की लापरवाही से हादसा हो रहा है। खदानों में ठेका कर्मियों को अवैध ढंग से काम करवाया जा रहा है। वहीं सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है सम काम के लिए सम वेतन, लेकिन इसका पालन यहां नहीं होता है। ठेका कर्मियों को ठेकेदार 280 से 300 रुपया प्रतिदिन हाजिरी पर काम करवा रहें है। उन्हें पीएफ, ईएसआइ, आवास आदि की सुविधा भी नहीं मिलती है। मौके पर सीटू के संजय सिंह, केकेएससी के गुरूदास चक्रवर्ती, एचएमएस के सफल सिन्हा, बीडी नोनिया आदि मौजूद थे।