खदान की सुरक्षा को ले प्रबंधन उदासीन
संवाद सहयोगी जेके नगर श्रीपुर एरिया की निघा कोलियरी में सोमवार को बीएमएस (भारतीय मजदूर
संवाद सहयोगी, जेके नगर : श्रीपुर एरिया की निघा कोलियरी में सोमवार को बीएमएस (भारतीय मजदूर संघ) ने कई मांग को लेकर एजेंट स्नेहांशु राय और मैनेजर नरेश कुमार सरकार का घेराव कर प्रदर्शन किया।
इस आंदोलन में केकेएससी व इंटक ने भी साथ दिया। इस दौरान बीएमएस की ओर से मांग की गई कि निघा कोलियरी में तीनों पाली को चालू किया जाए। वर्तमान में यहां दो पालियों में काम चल रहा है। तीनों पाली चलने से कोयला उत्पादन में वृद्धि होगी। कहा गया कि प्रबंधन के उदासीन रवैया के कारण खदान में पर्याप्त मात्रा में हवा की व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण श्रमिकों को समस्या से जूझना पड़ रहा है। वहीं ड्रील करने के दौरान खदान में धूल भर जाती है। इसलिए प्रबंधन से खदान में स्प्रे पाइप की व्यवस्था करने की मांग की गई। वर्षों से एक ही पद पर कार्यरत श्रमिकों नियमित करने के लिए पीस रेट से टाइम रेट करने की मांग भी की गई। एक से 30 नंबर बुक को प्रत्येक महीने की पांच तारीख तक नियमित करने की बात कही गई। बरसात के समय में अधिकांश श्रमिकों के क्वार्टर से पानी टपकता है। लेकिन प्रबंधन की लापरवाही के कारण न हीं क्वार्टर की मरम्मत की जाती है और न हीं छत पर तारपेटिग की जा रही है। वेल्डर पद पर कार्यरत महेंद्र रवानी का क्वार्टर इतना जर्जर हो चुका है कि कभी भी कोई घटना हो सकती है। उप कार्मिक प्रबंधक अजीत कुमार मजूमदार ने बैठक कर समस्याओं को अविलंब निदान करने की बात कही। बैठक में बीएमएस के श्रीपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव विजय सिंह, क्षेत्रीय कल्याण समिति के सदस्य मनोज कुमार चौबे, निघा के शाखा सचिव कमरूद्दीन, अध्यक्ष दिलीप नोनिया, चंदन मिश्रा, पार्थो सामंता, लखु मांझी, मनोज कोइरी, रामचंद्र यादव, विश्वरूप भट्टाचार्य, ईंटक के प्रताप सिंह, अभय सिंह, आइएनटीटीयूसी के सचिव सियाराम साव, अब्दुल जब्बार आदि उपस्थित थे ।
विजय सिंह, एरिया सचिव, बीएमएस ने कहा कि प्रबंधन खदान के प्रति एकदम उदासीन है। यदि प्रबंधन निघा कोलियरी खदान को तीनों पाली में चालू करता तो कोयला उत्पादन बढ़ सकता है। प्रबंधन खदान को बंद करने की साजिश के तहत कार्य कर रहे हैं। बीएमएस खदान व मजदूरों के हर समस्या के विरोध में अपना आंदोलन जारी रखेगा। न हीं श्रमिकों को समय से नियमित किया जाता है और न हीं उन्हें पदोन्नति दी जाती है।