घर तोड़ने के विरोध पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
उच्च न्यायालय के आदेश पर सलानपुर थाना क्षेत्र की श्यामडीह पंचायत के पहाड़गोड़ा गांव में 12 घरों को तोड़ने के लिए पहुंची पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। घर तोड़ने की कार्रवाई रोकने को ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस से धक्का- मुक्की भी की।
जागरण संवाददाता, आसनसोल : उच्च न्यायालय के आदेश पर सलानपुर थाना क्षेत्र की श्यामडीह पंचायत के पहाड़गोड़ा गांव में 12 घरों को तोड़ने के लिए पहुंची पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। घर तोड़ने की कार्रवाई रोकने को ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस से धक्का- मुक्की भी की। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने कार्य में बाधा देने वाले छह लोगों को हिरासत में ले लिया।
ईसीएल सलानपुर क्षेत्र की मोहनपुर कोलियरी के विस्तारीकरण में बाधा बन रहे पहाड़गोड़ा गांव स्थित दर्जन भर घरों को तोड़े जाने को उच्च न्यायालय से आदेश आया था। इस आदेश को लेकर गुरुवार की सुबह से ही पहाड़गोड़ा में तनाव व्याप्त था। तनाव को देखते हुए पुलिस के साथ-साथ बड़ी संख्या में ईसीएल सुरक्षा कर्मी व सीआइएसएफ को भी लगाया गया। एक ओर एडीसीपी वेस्ट अनामित्रा दास व एसीपी शांतव्रत चंद के नेतृत्व में एक ओर पुलिस बल का जमावड़ा था तो दूसरी ओर ईसीएल के क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी राजा पाल और सीआइएसएफ अधिकारी दीपक वाममनी के नेतृत्व में सुरक्षा बल व सीआइएसएफ के जवानों की तैनाती की गई थी।
ईसीएल के एजेंट डीपी गुप्ता, प्रबंधक एके राय समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। घरों को तोड़ने व मलबा हटाने के लिए चार मशीनें लाई गईं। सुबह करीब दस बजे चिह्नित किए गए। 12 घरों में एक मुकुंद लाल राय के घर की चारदीवारी को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई तो प्रभावित घरों के परिजन आक्रोशित हो गये और पुलिस से उलझ गये। उनलोगों ने पुलिस से धक्का-मुक्की शुरू कर दी तो पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान पुलिस ने बाधा दे रहे छह लोगों को हिरासत में ले लिया। इसके पश्चात एक- एक कर घरों को तोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ।
ईसीएल के सलानपुर क्षेत्र के मोहनपुर ओसीपी के विस्तारीकरण के लिए पहाड़गोड़ा गांव में ईसीएल को जमीन की जरूरत है। जमीन नहीं मिलने से विस्तारीकरण का कार्य काफी दिनों से रुका पड़ा है। दरअसल इसी गांव में 34 परिवार मुआवजा लेकर अन्यत्र चले गये। लेकिन बाकी बचे परिवारों में से 12 परिवारों के नहीं हटने से मामला अटक गया। इस कारण मोहनपुर का विस्तारीकरण कार्य रुक गया और प्रबंधन को दूसरी ओर रूख करना पड़ा। आखिरकार ईसीएल प्रबंधन ने न्यायालय की शरण ली। इसके बाद ही हाई कोर्ट के निर्देश पर प्रशासन व पुलिस के सहयोग से 12 परिवारों को हटाए जाने का कार्य शुरू हुआ।
-------- मोहनपुर कोलियरी का विस्तारीकरण रुका था: महाप्रबंधक
आसनसोल: ईसीएल सलानपुर के महाप्रबंधक प्रशांत कुमार ने कहा कि 12 परिवारों के नहीं हटने के कारण मोहनपुर कोलियरी का विस्तारीकरण रुका हुआ था। अब न्यायालय से आदेश मिलने के बाद मोहनपुर कोलियरी का विस्तारीकरण रफ्तार पकड़ेगा। पिछले करीब दो वर्षों से उक्त दिशा में खनन कार्य बंद पड़ा था। कहा कि अब शीघ्र ही वहां कार्य शुरु किया जाएगा। वहां करीब 15- 20 लाख टन कीमती कोयला का भंडार है। कहा कि उक्त परिवारों के नहीं हटने पर ईसीएल प्रबंधन ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। उच्च न्यायालय के आदेश पर लोअर कोर्ट में मुआवजा को 2,84,60,516 रुपये भी जमा कराया गया है। पिछले एक सप्ताह से पुलिस की ओर से इलाका में माइकिग कर लोगों को जगह खाली करने को कहा जा रहा था। ताकि घरों को तोड़े जाने से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हो।