जिस जमीन पर शिक्षा ली वहीं मिली नौकरी
संवाद सहयोगी सांकतोड़िया कम ही लोगों को ऐसा मौका मिल पाता है कि जिस जमीन पर शिक्षा ग्रह
संवाद सहयोगी, सांकतोड़िया : कम ही लोगों को ऐसा मौका मिल पाता है कि जिस जमीन पर शिक्षा ग्रहण की उसी जमीन पर उन्हें नौकरी मिल गई हो। दो छात्र-छात्रा ने पारबेलिया में ही प्रारंभिक शिक्षा की और पारबेलिया कोलियरी में ही उन्हें नौकरी मिल गई। पारबेलिया बांग्ला हाई स्कूल और पारबेलिया हिदी हाई स्कूल के पढ़ कर दो बच्चे पारबेलिया कोलियरी में ही चिकित्सक और कार्मिक प्रबंधक के रूप में नियुक्ति हुए हैं। कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस की ओर से गुरुवार को कोलियरी इंक्लाईन के पास एक सादे समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया। जानकारी के अनुसार पारबेलिया कोलियरी बांग्ला हाई स्कूल से पढ़ाई के चिन्मय सेनापति कार्मिक प्रबंधक के पद पर जबकि आमडांगा की रहने वाली बिदु महतो पारबेलिया कोलियरी हिदी हाई स्कूल से पढ़कर पारबेलिया की डिस्पेंसरी में चिकित्सक के रूप में योगदान दिया है।
इस सम्मान कार्यक्रम में केकेएससी नेता हरे राम सिंह ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि दोनों का जन्म स्थान और कर्म स्थान दोनों एक ही जगह है। जो बड़े भाग्य से मिलता है। बिदु महतो और चिन्मय सेनापति दोनों को सम्मानित किया गया। चिन्मय सेनापति के पिता भी यहीं कार्यरत थे।
अभिकर्ता आनंद प्रकाश ने कहा कि 1995 से मैं यहां हूं। बिदु महतो के पिता जी मेरे साथ पिट में काम करते थे। वे कहते थे कि बेटी मेडिकल करना चाहती है और आज बेटी चिकित्सक के रूप में यहां है। हमारे परिवार की बेटी है। जबकि चिन्मय सेनापति कार्मिक प्रबंधक की तैयारी की और आज यहां कार्मिक प्रबंधक के पद पर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि यह ईसीएल परिवार के दूसरे लोगों के बच्चों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। कोशिश करने पर योग्यता के अनुसार कुछ न कुछ जरूर बन जाते हैं बच्चे।