बेटी की डोली उठने के पहले उठी पिता की अर्थी
संवाद सहयोगी अंडाल/ उखड़ा दो बेटियों को बेटा जैसे लाड प्यार से पिता ने बड़ा किया था। ए
संवाद सहयोगी, अंडाल/ उखड़ा : दो बेटियों को बेटा जैसे लाड प्यार से पिता ने बड़ा किया था। एक बेटी की शादी भी हो गई थी। अब सबसे छोटी बेटी सुनीता गोप की शादी थी। पंद्रह दिन बाद ही शादी की तिथि तय हुई थी। लेकिन बेटी की विदाई देने के पहले ही पिता इस दुनिया से विदा हो गए। एक तरह से बेटी की डोली उठने के पहले पिता की अर्थी उठ गई। ऐसी दर्दनाक घटना मंगलवार को काजोड़ा क्षेत्र के परासकोल ईस्ट में सामने आई। जहां खदान में चाल (कोयले का मोटी परत) धंसने से पिता गोपाल गोप की मौत हो गई। यह खबर घर में पहुंचते ही शादी की तैयारी बंद हो गई एवं स्वजन रोने-बिलखने लगे एवं पूरा इलाका गमगीन हो गया।
गोपाल गोप अंडाल के ही हरीशपुर गांव का निवासी था। वह पिछले कुछ साल से मधुसुदनपुर स्थित ईसीएल आवास में अपनी पत्नी अपर्णा गोप एवं छोटी बेटी सुनीता के साथ रहता था। उसकी मात्र दो बेटियां थी, जिन्हें काफी प्यार से बड़ा किया। कुछ वर्ष पहले बड़ी बेटी की शादी की। अब छोटी बेटी थी, जिसकी शादी भी गोपाल ने तय कर दी थी। नौ नवंबर को शादी की तिथि तय थी। जिसके लिए लेनदेन भी हो गया था। घर में स्वजन शादी की तैयारी में जुटे हुए थे। गोपाल टिबर मजदूर के रूप में काम करता था। मंगलवार की सुबह वह पहली पाली में ड्यूटी के लिए गया था। जहां दोपहर के समय चाल धंसने में दबने की सूचना घर तक पहुंचने के साथ ही रोने-बिलखने की आवाज आने लगी। आसपास की महिलाएं भी वहां पहुंची एवं उन्हें सांत्वना देने में जुटी रही।
पत्नी को नौकरी देने पर बनी सहमति : गोपाल गोप का कोई पुत्र नहीं है। दो बेटियां है, जिसमें एक की शादी हो गई है एवं छोटी की शादी भी तय थी। इस कारण श्रमिक नेताओं की उपस्थिति में उसकी पत्नी अपर्णा गोप की नौकरी पर सहमति बनी। उसे काजोड़ा क्षेत्रीय कार्यालय में नौकरी देने का आश्वासन प्रबंधन की ओर से दिया गया है, वहां ही क्वार्टर भी दिया जाएगा।