चालकों की हड़ताल से बंगाल-झारखंड गहरा सकता गैस संकट
वेतनवृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर कन्यापुर स्थित सीएनजी गैस के प्लांट ग्रेट एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड (जीईईसीएल) में गैस सप्लाई करने वाले वाहनों के चालकों ने गुरुवार को गैस कंपनी कार्यालय के गेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर हड़ताल कर दी।
आसनसोल : वेतनवृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर कन्यापुर स्थित सीएनजी गैस के प्लांट ग्रेट एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड (जीईईसीएल) में गैस सप्लाई करने वाले वाहनों के चालकों ने गुरुवार को गैस कंपनी कार्यालय के गेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर हड़ताल कर दी। इसके बाद जिले के साथ ही पड़ोसी राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों झारखंड में गैस आपूíत बाधित होने की आशंका बढ़ गई है। यहां से सीएनजी गैस की आपूíत करने वाले करीब 40 से ज्यादा ट्रकों के चालकों ने तृणमूल कांग्रेस के श्रमिक संगठन आइएनटीटीयूसी के बैनर तले अचानक हड़ताल कर दी। आइएनटीटीयूसी यूनियन नेता राजू अहलूवालिया ने कहा कि यहां काम कर रहे चालकों से 24 घंटे काम कराया जाता है। उन्हें एक हेल्पर तक मुहैया नही कराया जाता है। सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतनमान के अनुसार इन लोगों को 11 हजार 910 रुपये वेतन मिलना चाहिए। लेकिन इन्हें महज 9500 रुपये ही मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाता है तब तक हड़ताल जारी रहेगी। यह आंदोलन लगातार जारी रहता है तो ऐसे में बंगाल और झारखंड के कई हिस्सों में सीएनजी सप्लाई पूरी तरह से ठप हो सकती है। क्योंकि इसी प्लांट से बंगाल और झारखंड के कई हिस्सों में सीएनजी की आपूíत की जाती है। इस हड़ताल को लेकर चर्चा हो रही है कि एक ओर टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी कहती हैं कि वह बंद विरोधी है, वहीं उनके पार्टी के लोग ही यहां बंद करा रहे हैं।