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टोटो चालक का मिला शव, हत्या की आशंका

टोटो चालक का मिला शव हत्या की आशंका

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 05:58 PM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 06:36 AM (IST)
टोटो चालक का मिला शव, हत्या की आशंका
टोटो चालक का मिला शव, हत्या की आशंका

.. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का है इंतजार

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संवाद सहयोगी,

रानीगंज: रानीगंज थाना के धंडाडीह गांव के निकट से स्थानीय हथिया तालाब निवासी व टोटो चालक गोपाल रावत का शव रविवार को लावारिश अवस्था में मिलने से सनसनी फैल गई। हालांकि पुलिस प्रारंभिक जांच में गोपाल की मौत को महज हादसा बता रही, लेकिन परिजन व स्थानीय लोग ये मानने को तैयार नहीं है। लोगों का आरोप है कि गोपाल की हत्या की गई है। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोप है कि गोपाल के परिजनों को पुलिस ने कई घंटे बाद शव मिलने की सूचना दी। वहीं घटना की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। गोपाल की पत्नी बेहोश होकर गिर गई। मोहल्ला वासियों का आरोप है कि गोपाल की हत्या हुई है। पुलिस मामले को रफा-दफा करने के लिए हादसा बता रही है। लोगों को आशंका है कि गोपाल छिनतईबाजों का शिकार हुआ है। जब उसने छिनतई का विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गई। वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही नाराज टोटो चालकों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि हमलोगों की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जाता है। मालूम हो कि गोपाल के पास दो टोटो है, इसके अलावा वह बर्फ की दुकान भी चलाता है। हालांकि गोपाल स्वयं अधिकांशत बर्फ की दुकान पर ही बैठता था।

लेकिन गोपाल के एक टोटो चालक आशीष सिंह ने बताया कि शनिवार को वह नहीं आया था, इसलिए गोपाल टोटो को स्वयं ही चला रहा था। वहीं चिकित्सकीय सूत्रों का कहना है कि जिस तरह चोट लगी है उससे ये हत्या या हादसा में से कुछ भी हो सकता है।

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घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था गोपाल : रानीगंज के प्रमुख मार्ग एनएसबी रोड से कच्ची पक्की गलियों से गुजर कर हथिया तालाब में गोपाल का घर है। उसके पास दो टोटो जिससे घर की दाल-रोटी चलती है। वह खुद बर्फ का व्यवसाय करता था। दिव्यांग होने की वजह से अधिक समय बर्फ के दुकान में ही रहता था। मोहल्ला वासियों की मानें तो दिव्यांग होते हुए भी गोपाल स्वाभिमानी और मेहनती युवक था। उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। घर में बीमार व बूढ़ी मां भी है। पूरे परिवार का भरण पोषण गोपाल ही करता था। सभी लोगों एक ही बात कह रहे थे कि अब इस परिवार का क्या होगा। वहीं रोते- बिलखते परिजनों को देखकर सभी की आंखे नम हो जा रही थी।


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