भू धंसान के बाद दरार, ग्रामीणों में दहशत
जामुडिया: जामुडिया थाना क्षेत्र के नंडी-हुर्माडांगा स्थित बारूद घर से कुछ दूरी पर गुरुवार क
जामुडिया: जामुडिया थाना क्षेत्र के नंडी-हुर्माडांगा स्थित बारूद घर से कुछ दूरी पर गुरुवार को भू-धंसान के बाद जमीन में दरार पड़ गई। इससे लोगों में दहशत है।
आसनसोल नगरनिगम के एक नंबर बोरो अंतर्गत 1 नंबर वार्ड के नंडी-हुर्माडांगा क्षेत्र मे लगभग 40 परिवार रहते हैं।
वर्ष 1989 में नंडी मौजा में जामुड़िया के दामोदरपुर निवासी नजमा बेगम के नाम पर बारूद घर की अनुमति प्राप्त हुई थी। इस बारूद घर में 10 लाख डेटोनेटर एवं 90 टन एमोनियम नाइट्रेट मिक्सचर रखा जाता है। विस्फोटक ईसीएल की कोलियरियों तथा अनुमोदन प्राप्त डीलरों को आपूर्ति की जाती है। नजमा बेगम के पति सैयद मोहम्मद अमीर बारूद घर की देखरेख करते हैं। उन्होंने बताया की बारूद घर से कुछ दूरी पर खाली पड़ी जमीन पर अराजकतत्वों द्वारा लगभग 100 कुआं खदान बनाकर अवैध कोयला खनन किया जा रहा है। गुरुवार को बारूद घर से कुछ दूरी पर भू-धंसान होने के बाद लगभग 100 मीटर जमीन पर मोटी-मोटी दरारें पड़ गई। प्रतिदिन अवैध खदानों में विस्फोट होने से पूरे क्षेत्र के घर कांप उठते हैं। अवैध खनन बंद नहीं होने तथा किसी कारण से खदान में आग लगकर बारूद घर तक पहुंच जाने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। बताया कि बारूद घर पर खतरे की आशंका को देखते हुए वर्ष 2018 के अगस्त माह में 7 लोगों के खिलाफ अवैध खनन करने की शिकायत की गई थी। एक माह बाद पुलिस ने एफआइआर दायर की। इसके बाद से अवैध खदान संचालक घर में आकर धमकी दे रहे हैं। पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार नहीं करने पर कोर्ट मे मामला चल रहा है। पुलिस द्वारा कई बार अवैध खदानों की भराई करने के बावजूद पुन: खदानों का मुहाना खोल अवैध खनन शुरू कर दिया जाता है।