नारकीय जीवन जीने को विवश रेलकर्मी
रेलपार : आसनसोल दोमुहानी रेल कॉलोनी में रेलकर्मी नारकीय जीवन जीने को मजबूर है, जिसे लेक
रेलपार : आसनसोल दोमुहानी रेल कॉलोनी में रेलकर्मी नारकीय जीवन जीने को मजबूर है, जिसे लेकर रेल कर्मियों में रेल प्रशासन सहित संबंधित विभाग के प्रति आक्रोश है। कॉलोनी के 1093 ब्लॉक में रहनेवाले रेल कर्मी बी जेना सहित अन्य का कहना है कि यहां बहुत सी समस्याएं है। क्वार्टर से सड़क तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं रहने के कारण बरसात के दिनों में जलजमाव के साथ-साथ कीचड़ हो जाने से कीचड़ में चलकर सड़क तक जाना पड़ता है। जिससे बच्चों के यूनिफार्म व जूते कीचड़ में खराब हो जाते हैं। उन लोगों को भी आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिक बरसात होने पर बरसात का पानी क्वार्टर में घुस जाता है। साफ-सफाई का अभाव है, सफाई कर्मी कभी भूले भटके आ जाते है। क्वार्टर के खिड़की दरवाजे का हाल भी खराब है। सेफ्टिक टैंक में लीकेज होने के कारण टैंक से गंदगी बाहर निकलकर बहती है। जिससे दुर्गंध के कारण जीना मुहाल हो जाता है। इस बारे में संबंधित विभाग तथा आइओडब्ल्यू से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई हल नहीं निकला है। जो भी विकास हुआ है वह नीचु पाड़ा में हुआ है ऊपर पड़ा में विकास नहीं हुआ है। जिसे लेकर ब्लॉक के कर्मियों में आक्रोश है। रेल कर्मियों का कहना है कि अन्य रेल कॉलोनियों में रास्ता का निर्माण के साथ साफ-सफाई का ध्यान रखा जाता है, परंतु इस रेल कॉलोनी का हाल बुरा है।