बारिश के कारण ओसीपी से कोयला उत्पादन प्रभावित
सांकतोड़िया अधिक वर्षा एवं कोरोना के प्रभाव के कारण चालू वित्त वर्ष की इस अवधि तक इसीएल अपने कोयला उत्पादन के लक्ष्य से पीछे चल रहा है। हालांकि समय तक निर्धारित वार्षिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयास जारी है।
सांकतोड़िया : अधिक वर्षा एवं कोरोना के प्रभाव के कारण चालू वित्त वर्ष की इस अवधि तक इसीएल अपने कोयला उत्पादन के लक्ष्य से पीछे चल रहा है। हालांकि समय तक निर्धारित वार्षिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयास जारी है। बारिश को देखते हुए ईसीएल प्रबंधन की ओर से मानसून की तैयारियां कर ली गई हैं। ईसीएल के सीएमडी के तकनीकी सचिव नीलाद्रि राय ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की इस अवधि तक 13.19 एमटी कोयला उत्पादन के लक्ष्य की जगह 11.64 एमटी कोयला का उत्पादन किया जा सका है। मानसून की शुरुआत हो चुकी है। तुलनात्मक दृष्टिकोण से पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दोगुनी वर्षा हुई है। हालांकि कुछ हद तक कोरोना प्रभाव के कारण कार्य बाधित होने से भी उत्पादन पर प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि मानसून में खुली खदानों में सबसे अधिक उत्पादन प्रभावित हुआ है। खुली खदान राजमहल परियोजना में प्रतिदिन 40-45 हजार टन कोयला उत्पादन होता है। जबकि लगातार बारिश के कारण 10-12 हजार टन ही उत्पादन हो पा रहा है। सोनपुर बजारी में भी वर्षा के कारण उत्पादन प्रभावित हो रहा है। भूमिगत खदानों का उत्पादन ठीक है। निर्धारित समय तक वार्षिक उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के मामले में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इसके लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं। इसके लिए मानसून की तैयारियां, जल निकासी के लिए पंपिग की व्यवस्था की गई है। मानसून के बाद खुली खदानों से जल्द पानी सुखाने की व्यवस्था कर ली गई है। जिससे तत्काल उत्पादन शुरू किया जा सके।