बिजली कटौती से ग्रामीणों में आक्रोश
जेकेनगर : जेकेनगर समेत कई क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौली से जहां व्यवसायी वर्ग परेशान है
जेकेनगर : जेकेनगर समेत कई क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौली से जहां व्यवसायी वर्ग परेशान है, वहीं ग्रामीण अंधकार का दंश झेलकर विद्युत विभाग को कोसते नहीं थक रहे है। शाम होते ही बिजली की आंख मिचौली का खेल शुरू हो जाता है। जिससे जेकेनगर बाजार के व्यवसायियों का व्यवसाय प्रभावित होता है। जेकेनगर बाजार के व्यवसायियों का कहना है कि पैसा देने के बाद भी बिजली सही नहीं रहती है। लेकिन बिजली बिल समय पर आ जाता है। बिल का समय पर भुगतान नहीं करने पर एक प्रतिशत प्रतिदिन के हिसाब से अतिरिक्त भुगतान करना पड़ता है। बाजार के व्यवसायी परमजीत ¨सह, शिवदानी बर्मन, सुधीर ¨सह , गोविन्द साव, भानू श्रीवास्तव आदि ने बताया कि समय से बिल भुगतान नहीं होने से उनपर अतिरिक्त चार्ज लगता है तो फिर बिजली नहीं रहने पर राज्य विद्युत विभाग को भी हर्जाना देना चाहिये। जब वे पैसा देते है तो 24 घंटे बिजली उनको चाहिए। पांच-पांच घंटे बिजली गुल रहने के कारण उनका व्यवसाय चौपट तो होता ही है। साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी प्रभावित होती है। यही हाल ग्रामीण क्षेत्र का है जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।