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बाल श्रमिक की मौत, दंपती गिरफ्तार

आसनसोल आसनसोल में लोहारुका दंपती पर घर में काम करने के वाले नियामतपुर निवासी 13 वर्षीय

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 09:06 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 09:06 PM (IST)
बाल श्रमिक की मौत, दंपती गिरफ्तार
बाल श्रमिक की मौत, दंपती गिरफ्तार

आसनसोल : आसनसोल में लोहारुका दंपती पर घर में काम करने के वाले नियामतपुर निवासी 13 वर्षीय शिवप्रसाद बर्मन पर शारीरिक अत्याचार करने और उसे ठीक से खाना न देने देने का आरोप लगा था। सोमवार रात आसनसोल जिला अस्पताल में शिवप्रसाद की मौत हो गई। इसके बाद नियामतपुर फाड़ी की पुलिस ने आरोपित दंपती को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों में मनोज लोहारुका और पूनम लोहारुका शामिल हैं। दोनों को मंगलवार को आसनसोल जिला न्यायालय में ले जाया गया। जहां से दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

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सरकारी वकील मनोज सिंह ने कहा कि न्यायाधीश ने आरोपितों को 25 जनवरी को फिर से अदालत में पेश करने का निर्देश दिया। मंगलवार को आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के डीसीपी (पश्चिम) विश्वजीत महतो ने कहा कि जिले की चाइल्ड लाइन ने घटना की सूचना दी थी। तब नाबालिग की दादी काली देवी बर्मन ने लिखित रूप से शिकायत की।

पश्चिम बर्दवान के जिलाधिकारी पूर्णेंदु कुमार माजी के निर्देश पर मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट के आधार पर नाबालिग के शव का मंगलवार दोपहर आसनसोल जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। उसके पिता की मौत पहले ही हो चुकी है, वही उसकी मां मानसिक रूप से असंतुलित है। दादी काली देवी बर्मन ने ही उसका पालन पोषण किया था। उसकी दादी ने बताया कि सितंबर 2020 के अंत में नियामतपुर की एक महिला के माध्यम से अपने पोते को आसनसोल के मनोज लोहारुका और पूनम लोहारुका के घर काम करने के लिए भेजा। सात दिन बाद मुझे नियामतपुर में एक दवा की दुकान पर बुलाया गया और मेरे पोते को सौंप दिया गया। बताया कि पोता बीमार पड़ गया। फिर मैं अपने पोते को घर ले आई। वह बहुत बीमार था। बोलने की ताकत भी नहीं थी। उसने बताया कि लोहारुका दंपती उसे मारते थे। उसे ठीक से खाना भी नहीं देते थे। शिव प्रसाद एक महीने से घर पर था। पड़ोसियों को जब उसकी बीमारी के बारे में पता चला उनमें से एक ने सोशल मीडिया पर शिव प्रसाद की हालत का वीडियो पोस्ट किया। उस पोस्ट को देखकर जिला चाइल्ड लाइन या चाइल्ड केयर कमेटी ने कार्रवाई की। कमेटी के लोग उसके घर गए। उन्होंने 12 नवंबर 2020 को शिव प्रसाद को आसनसोल जिला अस्पताल में भर्ती कराया। दो महीने के इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका।

दादी एकमात्र पोते की मौत के बाद टूट गई। उन्होंने कहा कि वह लोग मेरे पोते को काम पर ले गए और उसे मार डाला। उन्हें सजा मिलन चाहिए। चाइल्ड लाइन की ओर से कहा गया पूरे मामले की सूचना पुलिस और प्रशासन को दे दी गई है।


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