रेलपार में भाजपा की बढ़त रोकने के लिए खेला अमीषा कार्ड
आसनसोल आसनसोल उत्तर में रेल पार का इलाका। घनी बसावट। बड़ी आबादी। रेल पार में वो सब कु
आसनसोल: आसनसोल उत्तर में रेल पार का इलाका। घनी बसावट। बड़ी आबादी। रेल पार में वो सब कुछ है जो चुनाव के वक्त किसी भी राजनीतिक दल को सोचने को मजबूर करे। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यालय है। अल्पसंख्यकों की बड़ी आबादी है। 60 हजार से अधिक मतदाता। उसी अनुपात में और समुदाय के लोगों का भी तादाद है। आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी के भाजपा में जाने के बाद रेल पार में भाजपा का झंडा लगाने वालों की संख्या बढ़ी है। कांग्रेस, वाम मोर्चा एवं पीरजादा की पार्टी के संयुक्त मोर्चा का उम्मीदवार भी रेल पार से है। सारे पहलुओं पर गौर करने के बाद आसनसोल उत्तर के तृणमूल उम्मीदवार मलय घटक ने रेल पार में चुनावी सभा का आयोजन किया जिसमें अमीषा आई। जब अमीषा का संबोधन चल रहा था तो मंच पर बैठे नेता शाहिद परवेज, विसेंट विलर, चंकी सिंह एवं राजा गुप्ता उन्हें गौर से देख और सुन रहे थे। मलय घटक का संबोधन शुरु हुआ तो अमीषा मंच पर बैठ गई। उसके बाद मंच पर बैठे बाकी नेता अमीषा के पीछे खड़े हो गए। उनके समर्थक मोबाइल पर नेताओं की अमीषा के साथ तस्वीरें लेते रहे।
आसनसोल नगर निगम के चेयर पर्सन अमर नाथ चटर्जी ने कहा कि यहां आने के पहले ममता दीदी की सरकार में आसनसोल में हुए सकारात्मक बदलाव की जानकारी अमीषा पटेल को मिल गई थी। उन्हें जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि दस साल पहले आसनसोल कैसा था। मलय दा के विधायक बनने के बाद आसनसोल की तस्वीर बदलती चली गई। आसनसोल नगर निगम को भी सरकार से इतना फंड मिला कि हर इलाके में काम हो सका। आज भी कोरोना काल में आसनसोल नगर निगम जितना संभव हो रहा है, लोगों की मदद कर रहा है। चुनावी सभा के बाद अमीषा उस राह से भी गुजरी जहां भाजपा के झंडे खूब लगे थे। भाजपा का झंडा लगाए घरों के लोग भी बाहर निकल कर अमीषा को निहारते रहे। रेल पार में पीरजादा की पार्टी के उम्मीदवार रहते हैं। मलय घटक ने उनके प्रभाव क्षेत्र के लोगों को भी चुनावी सभा और रोड शो के जरिए संदेश देने का प्रयास किया। कई भाजपा कार्यकर्ता भी काफी दूर तक अमीषा के रोड शो में गए। अल्पसंख्यक इलाके से भी बड़ी संख्या में लोग रोड शो में आए। आसनसोल बाजार में रोड शो गया तो वहां भी लोगों ने पूरा उत्साह दिखाया।