फाइल खुली कर्मियों की, बाहर निकला गोलमाल
संवाद सहयोगी सांकतोड़िया ( आसनसोल) पुरुलिया नगर पालिका में कर्मियों की बहाली में फर्जीवा
संवाद सहयोगी, सांकतोड़िया ( आसनसोल) : पुरुलिया नगर पालिका में कर्मियों की बहाली में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस मुद्दे पर भाजपा के बाद मंगलवार को कांग्रेस ने भी जमकर विरोध किया। जिन कर्मियों के नाम उजागर हुए हैं वे 10 वर्षों से भी अधिक समय से कार्यरत दिखाए गए हैं। कांग्रेस ने विभागीय जांच की मांग की। साथ ही 80 करोड़ रुपये से भी अधिक घोटाले की आशंका जताई है।
जानकारी के अनुसार अब तक करीब 100 फर्जी नाम की सूची मिल चुकी है। इसे चेयरपर्सन नबेंदु महली ने भी स्वीकार किया है। यह संख्या और बढ़ सकती है। पता चला कि करीब सौ मजदूर ऐसे हैं जिनके नाम तो हैं, लेकिन हकीकत में नजर नहीं आते। वर्तमान नगर पालिका प्रशासक मंडली इस मामले को गंभीरता से ले रही है। फर्जी श्रमिकों के माध्यम से बड़ी राशि की निकासी की जा रही है। बिल तो बन रहे हैं, लेकिन हकीकत में वे मजदूर है ही नहीं। तथ्यों में यह पाया गया है कि प्रति कर्मी से 36 सौ रुपये वसूले गए हैं। अगर इस हिसाब से जोड़ा जाए तो आशंका है कि करीब डेढ़ सौ साल पुरानी इस नगर पालिका में लाखों का घोटाला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें काफी तृणमूल नेता शामिल हैं।
इस घोटाले में भाजपा खेमा पहले ही मैदान में उतर चुका है। सोमवार को पुरुलिया शहर भाजपा के बाद मंगलवार को कांग्रेस मैदान में उतरी। शहर कांग्रेस द्वारा जुलूस निकालकर नगरपालिका उनके सामने भारी विरोध व्यक्त कर घोटाले की विभागीय जांच की मांग की। आंदोलन करने वालों में शहर कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी, उपाध्यक्ष सुखेंदु त्रिपाठी, दुलाल सरकार, अर्नव सेन आदि थे।
इस सिलसिले में पुरुलिया जिले के नगरपालिका प्रशासक नवेंदू महाली ने कहा कि हम लोग इस विषय को पहले ही पकड़ चुके हैं। जांच भी शुरू कर दी गई है। हमारी बात सुनकर ही बीजेपी के बाद कांग्रेस ने आवाज उठाई है। डेपुटेशन दिया है। तेजी से जांच चल रही है। जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।