लीड : दुर्गापुर महकमा में 359 लोगों को रखा गया क्वारंटाइन सेंटर में
दुर्गापुर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को आने-जाने पर पाबंदी लगाई गई है। इ
दुर्गापुर : कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को आने-जाने पर पाबंदी लगाई गई है। इसके बावजूद भी पिछले कुछ दिनों में कई लोग पैदल या बाइक से अपने घर की ओर बढ़ रहें थे। ऐसे 359 लोगों को दुर्गापुर महकमा में शेल्टर होम में रखा गया है। जबकि अन्य राज्यों से आने वाले 1398 लोग एवं विदेश भ्रमण कर आने वाले 68 लोग दुर्गापुर महकमा में होम क्वारंटाइन में है। जहां उनकी शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा गया है। वहीं प्रशासन के सहयोग से विभिन्न संस्थाओं द्वारा भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। वहीं गरीबों तक पुलिस व अन्य संस्था अनाज पहुंचाने में भी लगी है।
लॉकडाउन के पास दुर्गापुर महकमा के विभिन्न इलाकों से लोगों को पकड़ा गया था। जिन्हें शेल्टर होम में रखा गया। जिसमें सबसे अधिक 91 लोग कोकोवेन थानांतर्गत श्रेयसी लॉज में रह रहें है। पिछले कुछ दिनों में किसी को रेल लाइन के माध्यम से बरौनी से पूर्व बर्द्धमान की ओर पैदल जाते पकड़ा गया तो कुछ लोगों को बाइक से ओडिसा से मुर्शिदाबाद जिले की ओर जाने के समय पकड़ा गया। वहीं पानागढ़ बाजार गुरुद्वारा में 31 लोगों को रखा गया है। वहीं पानागढ़ के लालबाबा आश्रम में 90 लोगों को रखा गया है। अंडाल के दक्षिणखंड हाई स्कूल में बने शेल्टर होम में 49 लोगों को रखा गया है। पाडेश्वर पंचायत समिति के कम्युनिटी हॉल में 27 लोगों, डीएसपी के इंजीनियर्स होस्टल में 25 लोगों, आनंद बिहार में चार लोगों एवं दुर्गापुर के सुकुमार नगर कॉलोनी यूथ हॉस्टल में 42 लोगों को रखा गया है। वहीं दुर्गापुर पुलिस एवं दुर्गापुर सेवा समिति द्वारा लॉकडाउन की स्थिति में गरीब लोगों को खाद्य सामग्री पहुंचाने का कार्य निरंतर जारी है। दुर्गापुर पुलिस के विधाननगर फाड़ी द्वारा एचएफसी, आइटीआइ बस्ती समेत इलाकों में गरीबों को खाद्य सामग्री दी गई। वहीं महकमा शासक के अपील पर दुर्गापुर सेवा समिति द्वारा श्रमिक नगर के दामोदर कॉलोनी में एक सौ पैकेट, सुकांतपल्ली कैनलपार में 50 लोगों एवं भाम्बे कॉलोनी में 150 लोगों को खाद्य सामग्री दिया गया। जहां संतोष अग्रवाल, नितेश जेवराजका व अन्य मौजूद थे।