Kalashtami पर इन दुर्लभ योग में करें पूजा, संकट से मिलेगा छुटकारा


By Ashish Mishra10, Feb 2025 12:50 PMjagran.com

Kalashtami 2025

सनातन धर्म में कालाष्टमी का विशेष महत्व होता है। इस दिन काल भैरव की पूजा करना लाभकारी होता है। आइए जानते हैं कि कालाष्टमी पर किन योग में पूजा करना शुभ होगा?

कालाष्टमी कब है?

पंचांग के अनुसार, इस महीने में 20 फरवरी को कालाष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन विधि-विधान से काल भैरव की पूजा करने से संकट दूर होने लगते हैं।

कालाष्टमी शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 20 फरवरी को सुबह 09 बजकर 58 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 21 फरवरी को सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर होगा।

काल भैरव की पूजा करें

कालाष्टमी के दिन निशा काल में काल भैरव की पूजा करना शुभ होता है। ऐसा करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।

कालाष्टमी पर शुभ योग का निर्माण

इस दिन रवि योग और शिववास का संयोग बन रहा है। इस योग में पूजा करना लाभकारी होता है। ऐसा करने से साधक के जीवन में तरक्की के नए रास्ते खुलते हैं।

सर्वार्थ सिद्धि योग

इस योग में काल भैरव की पूजा करने से दोगुना फल मिलता है। इसके साथ ही, रुके हुए कार्य होने लगते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।

इस मंत्र का जाप करें

कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा करते समय ॐ कालभैरवाय नमः या ॐ ह्रीं बं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं मंत्र का जाप करें। इससे बाबा भैरव की कृपा प्राप्त होती है।

परेशानियों से छुटकारा

अगर आप संकट का सामना कर रहे हैं, तो कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा करें। इससे परेशानियों से छुटकारा मिलने लगता है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

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