हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष का अंतिम महीना फाल्गुन होता है। इसके बाद चैत्र माह से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है।
फाल्गुन का महीना भगवान शिव और भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। क्योंकि इस माह में महाशिवरात्रि और होली समेत कई पर्व मनाए जाते हैं।
हिंदू धर्म में इस माह को आनंद और उल्लास का महीना माना गया है। इस बार फाल्गुन महीने का प्रारंभ 25 फरवरी से हो रहा है और 25 मार्च को समापन होगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस माह में कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है। माना जाता है कि जिनको करने से इंसान को जीवन में अशुभ परिणाम मिलते हैं।
फाल्गुन माह में मांस-मदिरा और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से देवी-देवता नाराज हो सकते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, फाल्गुन माह में अनाज का प्रयोग कम करना चाहिए। फलों का सेवन अधिक करें। इससे शिव जी प्रसन्न होते हैं।
फाल्गुन माह में बुर्जगों और महिलाओं का अपमान न करें। इससे घर में अन्न की कमी हो सकती है। गृह क्लेश जैसी स्थिति भी बन सकती है।
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