शनि देवता और कर्मों का फल देने वाला ग्रह माना जाता है। यह एक ऐसा ग्रह है जो हर व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डालता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शनि कुछ राशियों का मित्र है और कुछ का शत्रु? इस लेख में हम जानेंगे कि शनि की मित्र राशियां कौन सी हैं।
ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों की मित्रता उनके स्वभाव और एनर्जी पर निर्भर करती है। शनि उन राशियों के साथ मित्र रहता है, जो इसकी एनर्जी को समझती हैं और सहयोग करती हैं।
शनि मकर और कुंभ राशि का स्वामी है, इसलिए इन पर शनि कृपा बनी रहती है। ये दोनों राशियां शनि के गुणों को अब्जॉर्ब करते है, इसलिए शनि इन्हें विशेष रूप से सहयोग देता है।
शनि की सबसे प्रिय मित्र राशि तुला मानी जाती है। तुला राशि शुक्र ग्रह से शासित होती है और यह ग्रह शनि का मित्र है। इसलिए तुला राशि वाले लोगों को शनि की पॉजिटिव एनर्जी मिलती है।
शनि बुध की राशियां मिथुन और कन्या शनि की मित्र राशियां मानी जाती है। मिथुन और कन्या राशि के लोगों को शनि का पूरा समर्थन मिलता है।
सूर्य और चंद्र शनि ग्रह से शत्रुता रखते हैं, इसलिए सिंह और कर्क राशियां शनि के लिए विपरीत मानी जाती हैं। इन राशियों पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव हो सकता है।
शनि की मित्र राशियों को अपने करियर और धन में उन्नति मिलती है। अगर इन राशियों के लोग थोड़ी सी मेहनत करें, तो शनि का उनको सहयोग मिलता है।
अगर आपकी राशि भी शनि की मित्र राशि नहीं है, तो आप शनि की कृपा पाने के लिए शनिवार को शनिदेव की पूजा करें। इसके अलावा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें और ईमानदारी से अपना काम करें।
इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। इस तरह की अन्य जानकारियों के लिए jagran.com पढ़ते रहें।