अक्सर लोग कलश स्थापना करके पूजा-पाठ करते हैं। इससे साधक की मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं कि कलश स्थापना में किस नारियल का उपयोग करना चाहिए?
जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए पूजा-पाठ करना जरूरी होता है। ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी मिलता है।
इस दौरान मां दुर्गा की पूजा करने के लिए कलश स्थापना करते हैं। इसके दौरान कई बातों का ध्यान देना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है।
कलश स्थापना करते समय कच्चे नारियल का उपयोग करना शुभ माना जाता है। कलश के मुंह पर आम के पत्ते रखने चाहिए।
कलश स्थापना करते समय नारियल के ऊपर लाल धागा बांधना चाहिए। इसके साथ ही, कलश के नीचे जौ आ गेहूं जरूर रखना चाहिए।
पूजा खत्म होने के बाद कलश से नारियल को उतारकर बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए। ऐसा करने से मां गंगा प्रसन्न होती हैं और साधक को आशीर्वाद देती हैं।
पूजा के दौरान कलश स्थापना करते समय उसमें गंगाजल, सिक्का, रोली, हल्दी गांठ, दूर्वा और सुपारी डालना चाहिए। ऐसा करना शुभ होता है।
कलश स्थापित करते समय ओम भूर्भुवः स्वः भो वरुण, इहागच्छ, इह तिष्ठ, स्थापयामि, पूजयामि, मम पूजां गृहाण मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे कलश में देवी-देवताओं का वास हो जाता है।
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