ग्रहण का असर व्यक्ति की दिनचर्या पर पड़ता है। इस दौरान स्नान-दान करना बेहद लाभकारी होता है। आइए जानते हैं कि सूर्य ग्रहण का असर कहां दिखाई देगा?
पंचांग के अनुसार, साल का अंतिम सूर्य ग्रहण सर्व पितृ अमावस्या यानी 02 अक्टूबर 2024 को लगने वाला है। ग्रहण के दौरान कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
पंचांग के अनुसार, सूर्य ग्रहण 02 अक्टूबर को रात 9 बजकर 14 मिनट से शुरू होकर देर रात 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। इसका असर कई देशों में दिखाई देगा।
02 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ऐसे में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। हालांकि, ग्रहण के समय नियमों का पालन करना अच्छा माना जाता है।
साल 2024 के अंतिम ग्रहण को पेरू, फिजी, प्रशांत महासागर, आर्कटिक और दक्षिणी अमेरिका समेत कई देशों में देखा जा सकता है।
ग्रहण के समय पूजा-पाठ करना वर्जित होता है। इस दौरान मन ही मन देवी-देवताओं का ध्यान करना चाहिए। इसके साथ ही, मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है।
सूर्य ग्रहण के समय ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं लगता है।
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करके गरीब और जरूरतमंद लोगों को अन्न और वस्त्र दान करें। ऐसा करने से साधक को कार्यों में सफलता मिलती है।
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