अक्सर लोग रोजाना स्नान करने के बाद पूजा-पाठ करते हैं। आइए जानते हैं कि पूजा करते समय पानी का पात्र किधर रखना चाहिए?
घर में किसी भी चीज को रखते समय वास्तु के नियमों का ध्यान रखना चाहिए। इन नियमों का पालन न करने से वास्तु दोष होने का संभावना रहती है।
पूजा-पाठ करते समय पात्र में जल भरकर रखा जाता है। कई बार लोग इसे गलत दिशा में रख देते हैं। ऐसा करने अशुभ माना जाता है।
पूजा करते समय जल के पात्र को हमेशा ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व या अपने दाहिनी तरफ रखना चाहिए।
पूजा करते समय मुख की दिशा का विशेष ध्यान देना चाहिए। हमेशा पूर्व दिशा में मुख करके पूजा करना शुभ माना जाता है।
पूजा के दौरान पात्र में रखे जल को पौधे पर डाल सकते हैं। इससे पौधे की ग्रोथ अच्छी होने लगती है और हमेशा हरा-भरा रहता है।
पूजा के समय रखे जल को घर में छिड़कना शुभ माना जाता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होने लगती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पूजा करते समय जल का पात्र ईशान कोण में रखने से गृह क्लेश दूर होने लगता है। इसके साथ ही, परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
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