भारत में दही-हांडी का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के अवसर पर मनाया जाता है।
यह पर्व विशेष तौर पर गुजरात, महाराष्ट्र में विशेष तौर पर मनाया जाता है। इसके अलावा गोवा में भी धूमधाम से यह पर्व मनाया जाता है।
इस पर्व को एक खेल प्रतियोगिता के रूप में मनाया जाता है। इसमें बड़ी संख्या में लोग उत्साहित होकर भाग लेते हैं।
दही-हांडी का यह पर्व भाद्रप्रद माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 27 अगस्त को मनाया जाएगा।
धार्मिक कथाओं में ऐसा वर्णन है भगवान श्रीकृष्ण अपने बाल रूप में अपनी मित्र-मंडली के साथ मिलकर मटकी फोड़ा करते थे।
इस पर्व को मनाने के लिए दही या माखन से भरी मटकी बहुत ऊपर बांधी जाती है और पुरुषों और स्त्रियों की टोली पिरामिड बनाकर इस मटकी को तोड़ते हैं।
इस पर्व में हजारों की संख्या में भक्त भाग लेते हैं और दर्शन के लिए आते हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में यह पर्व बालगोपाल की लीलाओं को याद करते हुए मनाया जाता है।
दही-हांडी का पावन पर्व इस साल 27 अगस्त को मनाया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि दही हांडी मनाने से भगवान श्रीकृष्ण का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
दही-हांडी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com