हिंदू धर्म में शनि जयंती का विशेष महत्व है, इस दिन शनि देव की विधि विधान से पूजा की जाती है और आशीर्वाद की कामना की जाती है।
शनि जयंती का शुभ मुहूर्त 7 मई को सुबह 11 बजकर 40 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 8 मई को 8 बजकर 51 मिनट तक रहेगा।
ऐसे में उदयातिथि के अनुसार शनि जयंती 8 मई को मनाई जाएगी। इस दिन शनि देव की विधि विधान से पूजा करें और सरसों के तेल का दीपक जलाकर आरती करें।
इस दिन सुबह जल्दी उठें और दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद चौकी पर काले रंग का कपड़ा बिछाकर शनि देव को विराजमान करें।
इसके बाद पंचामृत से शनि देव का अभिषेक करें और बाद में धूप, दीप, पुष्प अर्पित करें। शनि देव की पूजा करते समय मंत्रों का जाप करें।
इस दिन शनि देव के साथ हनुमान जी की भी पूजा करें, हनुमान जी की पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
वहीं शनि देव की पूजा करते समय मिठाई और इमरती का भोग लगाएं, इससे शनि देव भक्तों के कष्ट हरते हैं और शुभ फल बरसाते हैं।
पूजा करते समय शनि गायत्री मंत्र का जाप करें और इसके साथ ही शनि आह्वाहन मंत्र का भी जाप करें। इसके बाद शनि आरती करें।
शनि जयंती 8 मई को मनाई जाएगी, धर्म और आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com